सूरत क्राइम ब्रांच ने मौलवी मोहम्मद सोहेल अबू वकार तिमोल को हिंदूवादी नेता उपदेश राणा और बीजेपी नेता टी राजा सिंह और पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा को जान से मारने की साजिश रचने और धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार किया था. मामले में सूरत क्राइम ब्रांच की जांच आगे बढ़ते ही एक आरोपी को भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार कर लिया गया है.
हिंदूवादी नेता उपदेश राणा लगातार चरमपंथियों के निशाने पर हैं. इसको लेकर उन्होंने आजतक से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि लखनऊ में उनके सहयोगी कमलेश तिवारी की हत्या के बाद उन्हें लगातार जान से मारने की धमकी दी जा रही है. उनके एक अन्य सहयोगी किशन भरवाड की भी गुजरात में हत्या कर दी गई. लगातार मिल रही धमकियों के चलते उन्होंने गुजरात समेत देश के अलग-अलग राज्यों में करीब 130 एफआईआर दर्ज कराई है.
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'सरकार ने उन्हें पर्याप्त सुरक्षा मुहैया नहीं कराई'
इन सभी एफआईआर में से केवल सूरत क्राइम ब्रांच ने ही आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जबकि बाकी मामलों में पुलिस ने समरी भर दी है. धमकियों को लेकर उपदेश राणा ने कहा कि सरकार ने उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई है, लेकिन वह सुरक्षा पर्याप्त नहीं है. ऐसे में वह कट्टरपंथियों के निशाने पर हैं. सरकार को उनकी सुरक्षा बढ़ाने की जरूरत है.
'कोर्ट ने X श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने का दिया आदेश'
2017 में उन्होंने लाल चौक पर तिरंगा फहराया था. इसके बाद उन्हें धमकियां मिलने लगीं. भारत में बैठे गद्दारों को एक करोड़ की सुपारी देने की बात कही गई है. पाकिस्तान से हथियार आयात करने की बात कही गई है. मैं सनातन धर्म की बात करता हूं और जो लोग मारे गए, वे भी यही कर रहे थे. उनकी कोई गलती नहीं थी. पहले किसी को नहीं पता था कि मैं सूरत में रहता हूं. अब सबको पता है कि मैं सूरत में रहता हूं. मेरी सुरक्षा तुरंत बढ़ाई जाए. गुजरात उच्च न्यायालय ने X श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश दिया था, लेकिन मुझे केवल एक पीसीओ दिया गया है जो पर्याप्त नहीं है.