गुजरात सरकार ने ऐलान किया है कि वह बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में रहने वाले रेजिडेंट डॉक्टरों की क्षतिग्रस्त संपत्ति के लिए एअर इंडिया से 2.70 करोड़ रुपये का मुआवजा मांगेगी. यह फैसला 12 जून को हुए भीषण विमान हादसे के बाद लिया गया है जिसमें लंदन जा रही फ्लाइट AI-171 टेकऑफ के कुछ ही देर बाद मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल और कैंटीन से टकरा गई थी.
कपड़े, लैपटॉप, किताबें और अन्य जरूरी सामान जलकर राख हो गए थे
गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री और सरकार के प्रवक्ता ऋषिकेश पटेल ने बुधवार को गांधीनगर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि हादसे के वक्त हॉस्टल में रह रहे डॉक्टरों के कपड़े, लैपटॉप, किताबें और अन्य जरूरी सामान जलकर राख हो गए थे. इन सबका अनुमानित मूल्य 2.70 करोड़ रुपये आंका गया है, जिसे सरकार एअर इंडिया से वसूलने की तैयारी में है.
हालांकि, पटेल ने यह भी स्पष्ट किया कि हादसे में जमीन पर मारे गए लोगों, जिनमें चार एमबीबीएस छात्र भी शामिल हैं, उनके लिए मुआवजा देने पर अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि यह विषय विचाराधीन है और जल्द ही इस पर निर्णय लिया जाएगा.
मंत्री ने बताया कि यह दुर्घटना बोइंग 787 ड्रीमलाइनर फ्लाइट के दुर्घटनाग्रस्त होने से हुई थी, जिसमें कुल 242 यात्री और क्रू मेंबर थे.
ऋषिकेश पटेल ने कहा कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय और केंद्र सरकार की अन्य एजेंसियां हादसे की जांच कर रही हैं और गुजरात सरकार की इस प्रक्रिया में कोई भूमिका नहीं है. उन्होंने बताया कि इस हादसे में जान गंवाने वालों को गुजरात मंत्रिमंडल की ओर से श्रद्धांजलि दी गई है.
इसके साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि इस दुर्घटना में जान गंवाने वाले गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के परिजनों को भी शोक संदेश भेजा गया है.