कोरोना वायरस ने पूरे देश को हिलाकर कर रखा हुआ है. अस्पतालों में डॉक्टर मेडिकल स्टाफ पर काम का दबाव इतना बढ़ गया है कि उन्हें अपनी निजी जिंदगी की खुशियों के साथ समझौता करना पड़ रहा है. गुजरात के अहमदाबाद से एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां पर एक महिला डॉक्टर को अपनी शादी के चौथे दिन ही ड्यूटी पर अस्पताल पहुंच गई.
अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में अपनी ड्यूटी के पहुंची डॉ. आरती के हाथों की मेहंदी भी अभी नहीं गई है लेकिन उससे पहले ही उन्हें अस्पताल अपनी ड्यूटी पर आना पड़ा. आरती के लिए इस महामारी के समय में अपनी खुशी से ज्यादा मरीजों के चेहरे की मुस्कान ज्यादा मायने रखती है.
दरअसल शादी के तीसरे ही दिन अस्पताल से डॉक्टर आरती को फोन आया कि उसके अन्य छह साथी कोरोना पॉजिटिव आए हैं, जिसके बाद डॉक्टर आरती ने पलभर भी देर नहीं की और सीधे सिविल अस्पताल के अपने डिपार्टमेंट में ड्यूटी करने के लिए चली गई.
मरीजों के लिए खाना बहुत महत्वपूर्ण रहता है उन्हें न्यूट्रिशस खाना देना बेहद जरूरी रहता है. डॉक्टर आरती एक डाइटिशियन है. जो पिछले एक साल से मरीजों के खाने-पीने का अच्छा ख्याल रख रही हैं. मरीज भी उनके सेवाभाव से बेहद खुश हैं.
कोरोना वायरस की दूसरी लहर की वजह से स्थिति काफी गंभीर बनी हुई है. ऐसे में अस्पतालों में डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ की काफी कमी हो गई है. जिसकी वजह से डॉक्टरों नर्सों और अन्य मेडिकल स्टाफ का ज्यादातर समय घर की जगह अस्पताल में बीत रहा है. बावजूद इसके वो लोग चेहरे पर मुस्कान के साथ मरीजों का इलाज करने में जुटे हैं.