दिल्ली में प्रदूषण से सांस आम आदमी नहीं ले पाए तो दूसरा राज्य जिम्मेदार बताया जाता है. दिल्ली में आम आदमी को पानी ना मिले तो दूसरे राज्य पर ठीकरा फोड़ा जाता है. दिल्ली में बिजली कटौती हो जाए तो तीसरे राज्य के नाम पर्ची फाड़ दी जाती है. अब दिल्ली में बाढ़ आई है. इसके लिए भी हथिनाकुंड बैराज का नाम लेकर सीधे केंद्र सरकार और बीजेपी को दिल्ली के मुख्यमंत्री जिम्मेदार ठहराने लगे. क्या ये सच वाकई ऐसा ही है?