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'खाली कुर्सी’ का सवाल, CM आतिशी का पहला ‘फ्लोर टेस्ट’… दिल्ली विधानसभा के स्पेशल सत्र में क्या-क्या होगा?

दिल्ली विधानसभा में 26 और 27 सितंबर को दो दिवसीय सत्र होने वाला है. इस पर बीजेपी की भी खास नजर है और दिल्ली की भी. ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब बतौर मुख्यमंत्री आतिशी होंगी तो वहीं अरविंद केजरीवाल सिर्फ विधायक के तौर पर सदन में मौजूद रहेंगे. अब देखना ये है कि क्या पूर्व सीएम केजरीवाल उसी सीट पर बैठेंगे या फिर कोई अलग सीट निर्धारित होने वाली है.

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सीएम आतिशी ने ऑफिस में पूर्व सीएम की कुर्सी खाली छोड़ रखी है.  पीटीआई फाइल फोटो
सीएम आतिशी ने ऑफिस में पूर्व सीएम की कुर्सी खाली छोड़ रखी है. पीटीआई फाइल फोटो

बीते दिनों बेहद नाटकीय घटनाक्रम के साथ अचानक ही दिल्ली का निजाम बदल गया. एक सभा के दौरान सीएम रहे अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफे का ऐलान कर दिया और फिर दो दिन बाद आम आदमी पार्टी में कई मंत्रालयों को संभाल रहीं आतिशी नई सीएम बना दी गईं. उन्हें सीएम कुर्सी 'उत्तराधिकार' के तौर पर मिली है और खुद आतिशी इस बात को प्रचारित तौर पर कह भी रही हैं, बल्कि सीएम ऑफिस में एक खाली कुर्सी रखकर इसका संदेश भी उन्होंने दे दिया कि वह श्रीराम के भाई भरत की तरह सिर्फ आदेश के अनुसार जिम्मेदारी संभालने के लिए सीएम पद पर काबिज हुई हैं. 

खैर, आम आदमी पार्टी और आतिशी जो भी कहें, संविधान और कानूनी तौर पर सीएम वही हैं, इसलिए जिम्मेदारी और जवाबदेही उनकी ही बनती है. इसी जवाबदेही और जिम्मेदारी की पहली 'अग्नि परीक्षा' आज गुरुवार को होने वाली है. 26 सितंबर यानी आज दिल्ली विधानसभा का सत्र है, और बतौर सीएम आतिशी के लिए यह पहला सत्र होने वाला है. सत्र से पहले कुछ सवाल हैं जो कि लगातार चर्चा का विषय बने हुए हैं. इन सभी सवालों पर डालते हैं एक नजर- 

पहला सवालः क्या विधानसभा में भी रहेगी खाली कुर्सी?
दिल्ली विधानसभा में 26 और 27 सितंबर को दो दिनी सत्र होने वाला है. इस पर बीजेपी की भी खास नजर है और दिल्ली की भी. ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब बतौर मुख्यमंत्री आतिशी होंगी तो वहीं अरविंद केजरीवाल सिर्फ विधायक के तौर पर सदन में मौजूद रहेंगे. अब देखना ये है कि क्या पूर्व सीएम केजरीवाल उसी सीट पर बैठेंगे या फिर कोई अलग सीट निर्धारित होने वाली है या फिर केजरीवाल की कुर्सी खाली रखी जाने वाली है. सदन में मुख्यमंत्री की कुर्सी स्पीकर के आसन के ठीक सामने होती है तो वहीं नेता विपक्ष की कुर्सी सीएम की कुर्सी के 90 डिग्री पर होती है.

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शपथ ग्रहण के बाद भी नजर आई थी खाली कुर्सी
इससे पहले सोमवार को सीएम की कुर्सी संभालने के साथ ही आतिशी ने कहा, 'जिस तरह भरत जी ने खड़ाऊं रखकर सिंहासन संभाला उसी तरह मैं सीएम की कुर्सी संभालूंगी.' इस दौरान उनके बगल में एक खाली कुर्सी भी नजर आई. उन्होंने कहा कि ये कुर्सी केजरीवाल की वापसी तक इसी कमरे में रहेगी और इस कुर्सी को केजरीवाल का इंतजार रहेगा.

सवाल दोः क्या AAP और आतिशी को आज ही पास करनी होगी 'फ्लोर टेस्ट' की 'अग्नि परीक्षा'

एक संवैधानिक प्रक्रिया है कि जब भी नई सरकार का गठन होता है, या फिर मुख्यमंत्री बदलकर नए व्यक्ति को यह पदभार दिया जाता है तो विधानसभा में पार्टी और सीएम को विश्वास प्रस्ताव लाना होता है. इस तरह वह विधानसभा में अपने विश्वास मत को साबित करते हैं. जैसे मुख्य मंत्री नीतीश कुमार पहले महागठबंधन के साथ सरकार में थे, लेकिन वह अब पाला बदलकर एनडीए में आ चुके हैं और सीएम बनते ही उन्होंने शपथ ली और विधानसभा सत्र में फ्लोर टेस्ट पास किया है. दिल्ली विधानसभा का जो सत्र आज है, उसका एजेंडा अभी क्लियर नहीं है, इसलिए कह नहीं सकते कि आज ही आतिशी सरकार को फ्लोर टेस्ट देना होगा या नहीं.

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सवाल सत्रः कैसा रहने वाला है सत्र, शांत या हंगामेदार?

ये तीसरा सवाल तो 'ओपन सीक्रेट' की तरह है. दिल्ली विधानसभा में गुरुवार को जो विशेष सत्र होने वाला है, उसके हंगामेदार होने के ही आसार अधिक हैं. विश्वास प्रस्ताव और फ्लोर टेस्ट जैसी एक्टिविटी होती है तो भी हंगामा होना स्वाभाविक ही है. इसके विपरीत बीजेपी ने पहले ही पूरी तैयारी कर रखी है. 

क्या बोले विजेंद्र गुप्ता?
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि भाजपा के सभी विधायक दिल्ली विधानसभा के सत्र में दिल्ली की 2 करोड़ जनता की समस्याओं पर चर्चा करने और सरकार को इन सब पर जवाब देने के लिए मजबूर करेंगे. उन्होंने कहा कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार अब 'भ्रष्ट पार्टी' की सरकार बन चुकी है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि विधानसभा सत्र में विपक्ष आक्रामक रवैया अपनाते हुए 14 मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगेगा.

वो 14 मुद्दे जिन पर दिल्ली सरकार को घेरेगा विपक्ष

1. मानसून की बारिश में 50 लोगों की मौत

2. कैग की लंबित 11 रिपोर्ट्स

3. 95,000 गरीबों को नहीं दिए राशन कार्ड्स

4. पीने के पानी की भारी किल्लत

5. बुजुर्गों को पेंशन

6. प्रदूषण का बढ़ता स्तर

7. लचर परिवहन व्यवस्था

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8. छठा दिल्ली वित्त आयोग

9. दिल्ली जल बोर्ड का 73000 करोड़ का कर्ज

10. अस्पतालों के निर्माण में भ्रष्टाचार

11. डीयू के 12 कॉलेजों का फंड रोका

12. DSEU में फर्जी नियुक्तियां

13. भाजपा विधायकों के साथ सौतेला व्यवहार

14. केंद्र सरकार की योजनाओं को लागू नहीं किया

'सरकार ने जेल से चल सकती है, न बेल से'

पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तंज कसते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जेल से सरकार चलाने का दम भरने वाले केजरीवाल को यह बात समझने में बहुत देर लग गई कि सरकार न तो जेल से चल सकती है और न ही बेल से. इसी कारण उन्हें मजबूरी में इस्तीफा देना पड़ा. आम आदमी पार्टी के नेता सदन में जनता के मुद्दों पर चर्चा नहीं करना चाहते हैं इसलिए प्रश्न काल का प्रावधान ही नहीं किया जाता है.

LIVE Updates

दोपहर 1:32 बजेः क्या है सीटिंग प्लान

नए सीटिंग प्लान के मुताबिक, दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी अब पहली सीट पर बैठेंगी. इस बीच, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को सीट नंबर 41 आवंटित की गई है. पिछले हफ्ते दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनीं आतिशी, इससे पहले सीट नंबर 19 पर बैठी थीं. सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत और मुकेश अहलावत सहित दिल्ली के कई मंत्रियों का सीट नंबर बदल दिया गया है. दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता का सीट नंबर 94 से बदलकर 100 कर दिया गया है.'

दोपहर 1ः30 बजेः  विधानसभा में नहीं खाली छोड़ी गई कुर्सी

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दिल्ली विधानसभा (Delhi Assembly) में गुरुवार को दो दिवसीय विशेष सत्र की शुरुआत हो चुकी है. विधानसभा सत्र की शुरुआत के साथ ही एक बड़ी मिस्ट्री सॉल्व हो गई कि आतिशी के सीएम बनने के बाद अब विधानसभा में कौन कहां बैठ रहा है. ये भी सामने आया है कि विधानसभा में पूर्व सीएम केजरीवाल के लिए कोई कुर्सी खाली नहीं छोड़ी गई है. वहीं, आतिशी अब पहली सीट पर बैठ रही हैं. केजरीवाल को सीट नंबर-41 आवंटित हुई है. 

सुबह 11ः30 बजेः दिल्ली की सड़कों का किया औचक निरीक्षण
सीएम आतिशी और अरविंद केजरीवाल ने सड़कों का औचक निरीक्षण किया. दिल्ली की सड़कों की स्थिति का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री आतिशी और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अचानक निरीक्षण किया. विधानसभा के विशेष सत्र में शामिल होने से पहले दोनों नेता सड़कों की स्थिति का जायजा लेने निकले थे.

सुबह 11:15 बजेः 'बीजेपी नेता से पूछा मेरी गिरफ्तारी से क्या हासिल हुआ...", केजरीवाल का दावा

दिल्ली में विधानसभा के विशेष सत्र के बीच पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि,  उन्होंने बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता से मुलाकात की और उनसे सवाल किया कि उनकी गिरफ्तारी से बीजेपी ने क्या हासिल किया. केजरीवाल का कहना है कि 'इस पर उस नेता ने जवाब दिया कि "दिल्ली सरकार अब पटरी से उतर गई है और कई काम रुक गए हैं."

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क्या बोले अरविंद केजरीवाल?
केजरीवाल ने सवाल उठाया, "क्या मेरी गिरफ्तारी का मुख्य उद्देश्य दिल्ली सरकार को ठप करना और दिल्ली के लोगों को तकलीफ देना था?" उन्होंने दिल्लीवासियों को आश्वासन देते हुए कहा, "मैं वापस आ गया हूं — आपका काम पूरा होगा." उन्होंने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय की सड़कों से लेकर दिल्ली की बाकी सड़कों को भी ठीक किया जाएगा. इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री आतिशी से आग्रह किया है. उन्होंने यह भी कहा, "सारे काम फिर से शुरू करेंगे. मैं जेल में भी ऐक्शन मोड में था."

सुबह 10ः40 बजेः अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा विपक्ष की जीत: विजेंद्र गुप्ता

दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे को विपक्ष की जीत बताया है. उन्होंने आजतक से कहा, 'वह जेल से सरकार नहीं चला सकते थे, न ही जमानत पर सरकार चला सकते थे.' गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री भले ही बदल गए हों, लेकिन यह अब भी केजरीवाल की ही सरकार है. उन्होंने कहा कि हम जनता से जुड़े मुद्दों को सदन में उठाने की मांग करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने कैग रिपोर्ट को सदन में प्रस्तुत करने की मांग की और आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी की सरकार भ्रष्टाचार में पूरी तरह डूबी हुई है.
 

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