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उत्तराखंडः ट्रैकिंग के दौरान दिल्ली की अनीता की मौत, पिता बोले- 'उसने कहा था, ये उसका साल का आखिरी ट्रैक होगा'

उत्तराखंड में ट्रैकिंग करने पहुंचीं दिल्ली की अनीता रावत की एवलांच में मौत हो गई. उनके पिता ने बताया कि अनीता को ट्रैकिंग का बहुत शौक था और उसे उत्तराखंड न जाने की सलाह दी गई थी.

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11 सदस्य गए थे ट्रैकिंग करने, 7 की मौत हो गई। (फाइल फोटो-PTI)
11 सदस्य गए थे ट्रैकिंग करने, 7 की मौत हो गई। (फाइल फोटो-PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • उत्तराखंड में 7 ट्रैकर्स की मौत की पुष्टि
  • दिल्ली की अनीता रावत की भी मौत

उत्तराखंड में भारी बारिश से मची तबाही के बाद आई बाढ़ में कई लोगों की मौत हो गई. इस तबाही में अलग-अलग हिस्सों से ट्रैकिंग करने पहुंचे 7 लोगों की मौत भी हो गई. इसमें 38 वर्षीय अनीता रावत भी शामिल हैं. अनीता के परिवार ने उन्हें ट्रैकिंग के लिए न जाने की सलाह दी थी, लेकिन अनीता ने कहा था कि ये उसका साल का आखिरी ट्रैक होगा.

11 सदस्यों का ट्रैकिंग ग्रुप एवलांच में फंस गया था. इस ग्रुप को उत्तराखंड के हरसिल जिले से लमखगा दर्रा होते हुए हिमाचल के चितकुल तक पहुंचना था. लेकिन एवलांच आने से ग्रुप के 7 सदस्यों की मौत हो गई. 

अनीता के पिता ज्योति सिंह ने बताया, 'हमने उसे न जाने की सलाह दी थी, लेकिन उसने कहा कि ये उसका इस साल का आखिरी ट्रैक होगा. वो हाल ही में मोरी-संकरी से ट्रैकिंग कर लौटी थी.' लेकिन ये अनीता की आखिरी ट्रैकिंग साबित हुई. उसके पिता ने शिकायत की अगर बचाव अभियान जल्दी शुरू किया जाता तो ट्रैकर्स को बचाया जा सकता था.

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दिल्ली के एक निजी अस्पताल में डेंटिस्ट की नौकरी छोड़ने के बाद अनीता अपने पिता के बेकरी कारोबार में हाथ बंटा रही थीं. उनके पिता ने बताया, 'वो बहुत होनहार थी. मेरे बिजनेस अकाउंट को संभालने के साथ-साथ वो कुछ भी कर सकती थी. उसे ट्रैकिंग का काफी शौक था.'

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उत्तराखंड में बारिश से मची तबाही में रविवार तक 77 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. साथ ही बागेश्वर जिले के सुदेरधूंगा में एक और ट्रैकिंग रूट पर 5 ट्रैकर्स की मौत की आशंका भी जताई जा रही है.

 

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