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दिल्ली में प्रतिबंधित चीनी मांझा बरामद, पुलिस ने तीन आरोपियों को दबोचा

दिल्ली पुलिस ने राजधानी में छापेमारी कर प्रतिबंधित चीनी मांझा (Chinese manjha) की बड़ी खेप बरामद की. पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर 68 रोल जब्त किए हैं. इनमें दो आरोपी सीलमपुर से और एक संगम विहार इलाके से पकड़ा गया है. दिल्ली सरकार ने 2017 और 2020 में इस जानलेवा मांझे पर रोक लगाई थी, इसके बावजूद इसकी अवैध बिक्री धड़ल्ले से हो रही थी.

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तीन आरोपी गिरफ्तार (Photo: Representational)
तीन आरोपी गिरफ्तार (Photo: Representational)

चाइनीज मांझे के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है और तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने अलग-अलग छापेमारियों में कुल 68 रोल जब्त किए हैं. बरामद किया गया यह मांझा बेहद खतरनाक माना जाता है, क्योंकि इससे हर साल कई लोगों और पक्षियों की जान चली जाती है.

न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया कि 14 अगस्त को गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई. पहली छापेमारी सीलमपुर इलाके में हुई, जहां पुलिस टीम ने डीडीए फ्लैट्स के बाहर संदिग्ध गतिविधियों पर नज़र रखी. 

पकड़े गए तीन आरोपी

जांच के दौरान आशु (22) और उसका साथी इमरान प्रतिबंधित मांझा बेचते हुए पकड़े गए. तलाशी में उनके पास से 18 रोल जब्त किए गए. दोनों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की संबंधित धाराओं और पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.

दूसरी छापेमारी संगम विहार के वजीराबाद क्षेत्र में की गई. यहां स्ट्रीट नंबर-5 में एक दुकान पर छापा मारकर पुलिस ने मोहम्मद साकिब (35) को गिरफ्तार किया. उसकी दुकान से 50 रोल चीनी मांझा बरामद हुआ. साकिब के खिलाफ भी अलग से मामला दर्ज कर लिया गया है.

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पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कुल 68 रोल जब्त किए गए हैं और अब यह जांच की जा रही है कि आखिर यह खेप कहां से लाई गई थी और क्या आरोपी किसी बड़े नेटवर्क से जुड़े हुए थे. अधिकारियों के मुताबिक चीनी मांझा दिल्ली सरकार द्वारा साल 2017 और 2020 में जारी अधिसूचनाओं के तहत प्रतिबंधित है. इसके बावजूद इसकी अवैध बिक्री कई इलाकों में धड़ल्ले से हो रही थी.

नायलॉन और कांच से बना होता है चीनी मांझा

चीनी मांझा नायलॉन और कांच की परत से बना होता है, जो बेहद मजबूत और धारदार होता है. यह पक्षियों और राहगीरों के लिए जानलेवा साबित होता है. हर साल स्वतंत्रता दिवस और मकर संक्रांति जैसे त्योहारों के दौरान मांझे से घायल होने और मौत की कई घटनाएं सामने आती हैं.
 

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