दिल्ली-एनसीआर के करोड़ों लोगों को ट्रैफिक जाम से राहत देने के लिए केंद्र और दिल्ली सरकार ने मिलकर 9 अहम इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को हरी झंडी दे दी है. इन परियोजनाओं में अंडरपास, फ्लाईओवर, सुरंग और मेट्रो का विस्तार शामिल है. इन सभी योजनाओं से दिल्ली में यातायात की भीड़ कम होगी, यात्रा का समय घटेगा और वायु प्रदूषण पर भी अंकुश लगेगा.
स्वीकृत 9 परियोजनाएं
दिल्ली में ट्रैफिक जाम और सफर को सुगम बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं पर काम चल रहा है. बाहरी दिल्ली के अर्बन एक्सटेंशन रोड-II (UER-II) और गुरुग्राम-जयपुर हाइवे पर भारी ट्रैफिक को कम करने के लिए फ्लाईओवर और अंडरपास बनाए जा रहे हैं.
ट्रैफिक और प्रदूषण दोनों को कम करने की कोशिश
साथ ही, पिंक लाइन मेट्रो का मैजलिस पार्क से मौजपुर तक 12.3 किमी का विस्तार किया जा रहा है, जिससे यह लाइन पूरी तरह वृताकार बन जाएगी और रिंग रोड जैसी सुविधा मेट्रो में भी उपलब्ध होगी. दक्षिण दिल्ली को राहत देने के लिए AIIMS से महिपालपुर बायपास तक एलिवेटेड कॉरिडोर और शिव मूर्ति से वसंत कुंज तक 5 किमी लंबी सुरंग बनाई जा रही है, जो ट्रैफिक और प्रदूषण दोनों को कम करेंगी.
DND के आसपास बन रहे अंडरपास और सर्विस रोड
रोहिणी, नरेला और बवाना जैसे बाहरी इलाकों को जोड़ने के लिए नई सड़कों का निर्माण किया जा रहा है, जिससे यहां के लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी. दिल्ली और नोएडा के बीच ट्रैफिक दबाव को कम करने के लिए DND फ्लाईवे के आसपास अतिरिक्त अंडरपास और सर्विस रोड का निर्माण भी चल रहा है. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास भी योजनाओं में शामिल है, जिससे यातायात प्रबंधन के साथ स्टेशन की सुविधाओं में भी सुधार होगा.
इसके अलावा, दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे को राजधानी से बेहतर जोड़ने के लिए फ्लाईओवर और सर्विस लेन तैयार की जा रही हैं. दिल्ली एयरपोर्ट तक पहुंचने वाली सड़कों और सुरंगों को भी अपग्रेड किया जा रहा है, ताकि यात्रियों को बिना रुकावट यात्रा का अनुभव मिल सके.