प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर 'पीएम विश्वकर्मा योजना' लॉन्च की. दिल्ली में स्थित यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन करने के बाद PM मोदी ने कहा,'जब बैंक विश्वकर्मा साथियों की गारंटी नहीं मानता है तो आपकी गारंटी मोदी देता है.' प्रधानमंत्री ने विश्वकर्मा साथियों को ट्रेनिंग, टेक्नॉलजी और टूल्स का मंत्र दिया. उन्होंने कहा कि अब सरकार आपकी मार्केटिंग भी करेगी.
पीएम मोदी ने विश्वकर्मा जयंती पर देश के लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा,'मुझे खुशी है कि आज मुझे ऐसा करने का अवसर मिला. हमारे विश्वकर्मा सदस्यों से जुड़ें. 'पीएम विश्वकर्मा' योजना आज शुरू की गई है, जो कलाकारों और शिल्पकारों के लिए आशा की किरण बनकर उभरेगी.' उन्होंने कहा कि आज फ्रिज का दौर आ चुका है, लेकिन इस दौर में भी लोग मटके और सुराही का पानी पीना पसंद करते हैं. दुनिया कहीं भी पहुंच जाए, लेकिन इनका महत्व हमेशा रहेगा. इसलिए आज समय की मांग है कि इन विश्वकर्मा साथियों को पहचाना जाए. उन्हें सपोर्ट किया जाए.
18 अलग-अलग काम करने वालों पर फोकस
उन्होंने आगे कहा,'हमारी सरकार विश्वकर्मा साथियों का सामर्थ्य और समृद्धि बढ़ाने के लिए सहयोगी बनकर सामने आई है. इस योजना में 18 अलग-अलग तरह का काम करने वाले विश्वकर्मा साथियों पर फोकस किया गया है. इनमें लकड़ी का काम करने वाले कारपेंटर, लोहे का काम करने वाले लोहार, सोनार, कुम्हार, मूर्तिकार, जूते बनाने वाले भाई, हेयर कटिंग, माला बनाने वाले, कपड़े का काम करने वाले लोगों को शामिल किया गया है. भारत के इन लोकल प्रोडक्ट को ग्लोबल बनाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई जाएगी.'

मेट्रो में सफर कर यशोभूमि पहुंचे PM मोदी
इससे पहले पीएम मोदी ने यशोभूमि इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर (IICC) के पहले फेज का रविवार को उद्घाटन किया. इसके लिए वह बकायदा धौलाकुआं मेट्रो स्टेशन से ट्रेन में सवार हुए और मेट्रो का सफर करते हुए द्वारका सेक्टर 25 में स्थित यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर पहुंचे.
मेट्रो में पीएम संग सेल्फी लेने की मची होड़
मेट्रो में सफर करते समय पीएम मोदी ने कोच में बैठे लोगों से बातचीत की. इस दौरान उनके साथ सेल्फी लेने वालों का भी क्रेज दिखा. लोग पूरे सफर के दौरान उनके साथ सेल्फी लेते रहे. यशोभूमि पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने यहां सबसे पहले जूते-चप्पल बनाने वाले कारीगरों यानी की मोचियों से बातचीत की और उनका हाल जाना. इसके बाद प्रधानमंत्री ने मिट्टी की शिल्पकारी करने वाले कुम्हारों से मुलाकात करते हुए उनसे उनकी कला के बारे में विस्तार से बातचीत की. इससे पहले प्रधानमंत्री ने द्वारका सेक्टर 21 से नए मेट्रो स्टेशन 'यशोभूमि द्वारका सेक्टर 25' तक दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस लाइन के विस्तार का उद्घाटन किया. यहां उन्होंने मजदूरों और कर्मचारियों के प्रति कृतज्ञता जाहिर की.

कन्वेंशन सेटंर में क्या है खास?
अधिकारियों के मुताबिक 8.9 लाख वर्ग मीटर से अधिक के परियोजना क्षेत्र और 1.8 लाख वर्ग मीटर से अधिक कंस्ट्रक्टेड एरिया में फैला यह सेंटर दुनिया की सबसे बड़ी MICE (बैठकें, प्रोत्साहन, सम्मेलन और प्रदर्शनियां) सुविधाओं में शुमार होगा. इसमें 15 कन्वेंशन सेंटर और 11 हजार लोगों के बैठने की क्षमता है. दरअसल, देश में बैठकों, सम्मेलनों और प्रदर्शनियों की मेजबानी के लिए विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा तैयार करना पीएम मोदी का दृष्टिकोण है. द्वारका में यशोभूमि से इसे बढ़ावा मिलेगा.
यशोभूमि में और क्या?
तांबे की छत के साथ विशिष्ट रूप से डिजाइन किया गया है. इसमें रोशनदानों के माध्यम से रोशनी आएगी. इस फोयर में मीडिया रूम, वीवीआईपी लाउंज, क्लोक सुविधाएं, आगंतुक सूचना केंद्र, टिकटिंग जैसे विभिन्न सहायता क्षेत्र होंगे. इसमें टेराज़ो फर्श के रूप में भारतीय संस्कृति से प्रेरित सामग्री और वस्तुओं शामिल हैं, इसमें पीतल की जड़ाई और रंगोली पैटर्न को शामिल किया गया. चमकती दीवारें, आवाज की गूंज को कंट्रोल करने वाले उपकरण इसे खास बनाएंगे. यशोभूमि में 100% अपशिष्ट जल के पुन: उपयोग, वाटर हार्वेस्टिंग, सौर पैनलों के साथ अत्याधुनिक अपशिष्ट जल उपचार प्रणाली का इस्तेमाल किया गया है.

15 कन्वेंश हॉल और 13 मीटिंग हॉल
इस कन्वेंशन सेंटर में मुख्य सभागार, ग्रैंड बॉलरूम सहित 15 कन्वेंशन हॉल और 13 मीटिंग हॉल शामिल हैं, जिनकी कुल क्षमता 11,000 प्रतिनिधियों की है. कन्वेंशन सेंटर में देश की सबसे बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई जाएगी. कन्वेंशन सेंटर के मुख्य सभागार में लगभग 6,000 मेहमानों की बैठने की क्षमता है. ऑडिटोरियम में लकड़ी का फर्श होगा. साथ ही ऑटोमैटिक चेयर लगी होंगीं. इसके साथ ही ऑडिटोरियम की दीवारों पर साउंड पैनल लगाए जाएंगे, जो कि आगंतुकों को विश्व स्तरीय अनुभव प्रदान करेंगे.
ओपन एरिया में बैठ सकेंगे 500 लोग
कन्वेंशन सेंटर में पैटल सीलिंग की भव्यता लिए हुए ग्रैंड बॉलरूम है, जिसमें 2,500 मेहमान एक समय में शिरकत कर सकेंगे. इसमें एक बड़ा ओपन एरिया भी होगा, जिसमें 500 लोग बैठ सकते हैं. आठ मंजिल में फैले 13 मीटिंग हॉल में विभिन्न स्तरों की बैठकें आयोजित की जा सकेंगी. यशोभूमि दुनिया के सबसे बड़े प्रदर्शनी हॉलों में से एक होगा. 1.07 लाख वर्ग मीटर से अधिक एरिया में बने इन प्रदर्शनी हॉलों का उपयोग प्रदर्शनियों, व्यापार मेलों और व्यावसायिक कार्यक्रमों की मेजबानी के लिए किया जाएगा.