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एमसीडी में भी बीजेपी खत्म कर देगी AAP का राज? मेयर-डिप्टी मेयर चुनाव में नामांकन का आखिरी दिन

दिल्ली की सत्ता में परिवर्तन के बाद पहली बार मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव हो रहे हैं. इन चुनावों के लिए आज नामांकन की अंतिम तारीख है. जानिए निगम सदन में इस बार समीकरण कितने अलग हैं और नंबरगेम में कौन सी पार्टी कहां ठहरती है.

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दिल्ली मेयर चुनाव 2025
दिल्ली मेयर चुनाव 2025

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव का मंच फिर से सज चुका है. दिल्ली में सत्ता परिवर्तन के बाद हो रहे इस पहले मेयर चुनाव के लिए नामांकन की आज (21 अप्रैल) अंतिम तारीख है. शाम 5 बजे नामांकन की प्रक्रिया थम जाएगी. अब तक एमसीडी की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी और दिल्ली की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), दोनों ही दलों में से किसी ने भी अब तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं.

मेयर का चुनाव 25 अप्रैल को होना है लेकिन बात निगम सदन के समीकरणों की भी हो रही है. 14 नवंबर 2024 को मेयर का चुनाव हुआ था. तब आम आदमी पार्टी के महेश खिंची मेयर निर्वाचित हुए थे. आम आदमी पार्टी के महेश को 133 वोट मिले थे और बीजेपी के किशन लाल को 130. तब बीजेपी उम्मीदवार को सदन में पार्टी के संख्याबल से 10 वोट अधिक मिले थे.

तब से अब तक निगम सदन की तस्वीर पूरी तरह से बदल चुकी है. 250 सदस्यों वाले निगम सदन के 11 सदस्य अब विधायक निर्वाचित हो चुके हैं. एक सदस्य पहले से ही लोकसभा के लिए निर्वाचित हो चुकी हैं. दिल्ली नगर निगम की 250 में से 12 सीटें रिक्त हैं. दिल्ली नगर निगम सदन की स्ट्रेंथ इस समय 238 है.

निगम सदन की वर्तमान तस्वीर क्या

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राजनीतिक पार्टियों के लिहाज से देखें तो सदन में बीजेपी का संख्याबल बढ़ा है जबकि एमसीडी चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी आम आदमी पार्टी अब दूसरे नंबर पर खिसक चुकी है. इस समय बीजेपी के 117 और आम आदमी पार्टी के 113, कांग्रेस के आठ पार्षद हैं. दिल्ली के सात लोकसभा और तीन राज्यसभा सांसदों के साथ ही राज्यपाल की ओर से मनोनीत 14 विधायकों को भी मिला लें तो सदन की स्ट्रेंथ 262 पहुंच जाती है.

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बीजेपी के पक्ष में मेयर चुनाव के समीकरण

मेयर चुनाव के समीकरण इस बार बीजेपी के पक्ष में नजर आ रहे हैं. अपना मेयर बनाने के लिए किसी भी दल को 132 वोट की जरूरत होगी. बीजेपी के 117 पार्षद हैं और सात लोकसभा सदस्यों के साथ ही राज्यपाल की ओर से मनोनीत 14 में से 11 विधायक भी पार्टी के हैं. कुल मिलाकर देखें तो पार्टी का संख्याबल 135 पहुंचता है जो जरूरी 132 से तीन ज्यादा है.

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आम आदमी पार्टी के तीन विधायकों को मनोनीत किया गया है और उसके तीन राज्यसभा सांसद हैं. एमसीडी की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी के पास 119 वोट ही हैं. कांग्रेस के आठ पार्षद अगर उसके पक्ष में मतदान कर भी दें तो भी निगम सदन के नंबर गेम में आम आदमी पार्टी 127 तक ही पहुंचेगी जो जीत के लिए जरूरी 132 से पांच कम है.

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