पूर्वी दिल्ली में एक औचक निरीक्षण के दौरान सरकारी जमीन पर मलबा साफ न करने में लापरवाही का मामला सामने आया है. इस पर दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने एक असिस्टेंट इंजीनियर पर 50,000 रुपये का जुर्माना लगाया है.
जिला प्रशासन और एमसीडी की टीमों ने आई.पी. एक्सटेंशन वार्ड, गाजीपुर मुर्गा मंडी, खिचड़ीपुर वार्ड, रोड नंबर 57 और प्रीत विहार समेत कई इलाकों में संयुक्त निरीक्षण किया. यह अभियान एक मेगा स्वच्छता ड्राइव के तहत चलाया गया था.
कार्रवाई के बावजूद गाजीपुर मुर्गा मंडी में दिखा अतिक्रमण
गाजीपुर मुर्गा मंडी में पहले की कार्रवाई के बावजूद नई अतिक्रमण की घटनाएं देखी गईं. अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस से नियमित निगरानी सुनिश्चित करने को कहा ताकि ऐसे उल्लंघनों को रोका जा सके.
वहीं खिचड़ीपुर वार्ड में दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की जमीन पर साफ सफाई की स्थिति बेहद खराब पाई गई, जिस पर प्रशासन ने डीडीए से तत्काल कार्रवाई के लिए कोऑर्डिनेट किया.
मलबा लाने वाले ट्रैक्टरों पर रोक
बयान में कहा गया कि रोड नंबर 57 पर उत्तर प्रदेश से ट्रैक्टरों के जरिए अवैध रूप से लाया गया निर्माण और तोड़फोड़ का मलबा फेंका गया. अधिकारियों ने ऐसे ट्रैक्टरों की एंट्री रोकने के लिए सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा. अधिकारियों ने बताया कि ऐसे निरीक्षण नियमित रूप से जारी रहेंगे और शहर में स्वच्छता सुधारने के लिए सभी विभागों की जवाबदेही तय की जाएगी.