
अगले साल 2022 में दिल्ली में होने वाले दिल्ली नगर निगम (MCD) चुनावों को लेकर पिछले दिनों दिल्ली की बीजेपी यूनिट उत्तराखंड के हरिद्वार में चिंतन शिविर करने पहुंची थी तो वहीं अब इस कड़ी में कांग्रेस भी मैदान में उतर गई है. दिल्ली कांग्रेस ने अभी से अपनी तैयारियां शुरू कर दी है.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) द्वारा दिल्ली के 14 जिलों के लिए नियुक्त किए गए सभी ऑब्जर्वर्स ने दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी की साथ बैठक की. इस बैठक में यह फैसला लिया गया कि अगले 1 महीने में दिल्ली कांग्रेस अपने पूरे संगठन को मजबूत करेगी.
14 ऑब्जर्वर्स दिल्ली के अलग-अलग जिलों में जाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को तो मजबूत करेंगे ही, साथ ही साथ दिल्ली कांग्रेस के कार्यकर्ता जो लगातार दूसरी पार्टियों का रूख कर रहे हैं, उनको मनाने की कोशिश करेंगे. इसके अलावा सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और शीला सरकार में मंत्री रहे कई विधायकों को जिले में जाकर ये ऑब्जर्वर बातचीत करेंगे और यह सवाल करेंगे कि प्रदेश की कार्यक्रमों में ये लोग हिस्सा क्यों नहीं लेते.

कांग्रेस में अंदरूनी गुटबाजी चरम पर
दिल्ली कांग्रेस में अंदरूनी गुटबाजी चरम पर है. कांग्रेस के पूर्व नेता प्रदेश के किसी कार्यक्रम में नजर नहीं आते, जिनसे अब बातचीत करके इसकी रिपोर्ट आलाकमान को सौंपी जाएगी.
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दिल्ली कांग्रेस के सह प्रभारी इमरान मसूद ने अरविंद केजरीवाल सरकार पर हमला करते हुए कहा कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती. दिल्ली की जनता केजरीवाल को समझ चुकी है और आगामी चुनावों में उसका जवाब देगी. नार्थ ईस्ट दिल्ली में जो हुआ वो सबके सामने है.
वहीं दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कहा अरविंद केजरीवाल बीजेपी की बी टीम है. यह सबके सामने हो चुका है और कांग्रेस लगातार आम आदमी पार्टी और बीजेपी का विरोध कर रही है. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों दिल्ली की 5 निगम सीटों पर कांग्रेस का वोट प्रतिशत काफी हद तक बढ़ा जबकि बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा. हमें इस बार कड़ी मेहनत करनी होगी क्योंकि जो हमारा परंपरागत वोट था वो आम आदमी पार्टी की तरफ चला गया और अब उसको वापस लाना है.