दिल्ली में शराब घोटाले में फंसे डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि उन्हें पार्टी तोड़ने का बीजेपी की तरफ से ऑफर मिला था. कहा गया था कि अगर पार्टी तोड़ दी गई तो उनके ऊपर लगे केस वापस हो जाएंगे. अब आम आदमी पार्टी की तरफ से एक और दावा हुआ है.
सिसोदिया बोले- सीएम बनना सपना नहीं
पार्टी के मुताबिक उनके पास बीजेपी नेता की रिकॉर्डिंग मौजूद है और जरूरत पड़ने पर उसे जारी भी किया जा सकता है. मनीष सिसोदिया ने एक ट्वीट कर भी साफ कर दिया है कि वे किसी भी पद के लालच में अपनी पार्टी के साथ गद्दारी नहीं करने वाले हैं. वे लिखते हैं कि अरविंद केजरीवाल जी मेरे राजनैतिक गुरु है, उनसे कभी ग़द्दारी नहीं करूंगा. मैं CM बनने नहीं आया, मेरा सपना है- देश के हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिले, तभी तो भारत न 1 देश बनेगा. पूरे देश में ये काम केवल केजरीवाल जी कर सकते हैं.
सिसोदिया का आरोप क्या है?
अब जानकारी के लिए बता दें कि सोमवार को मनीष सिसोदिया ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि "मेरे पास भाजपा का संदेश आया है- “आप” तोड़कर भाजपा में आ जाओ, सारे CBI ED के केस बंद करवा देंगे. मेरा भाजपा को जवाब- मैं महाराणा प्रताप का वंशज हूं, राजपूत हूं. सर कटा लूंगा, लेकिन भ्रष्टाचारियों-षड्यंत्रकारियों के सामने झुकूंगा नहीं. मेरे ख़िलाफ़ सारे केस झूठे हैं, जो करना है कर लो.
शराब घोटाले की जांच में क्या-क्या हुआ?
वैसे मनीष सिसोदिया की तरफ से ये आरोप तब लगाए गए हैं जब सीबीआई ने उनके खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है. शुक्रवार को सबसे पहले उनके निवास पर 14 घंटे की रेड चली थी. फिर अगले दिन उन्हीं के करीबियों को पूछताछ के लिए सीबीआई दफ्तर बुलाया गया. उनसे करीब 12 घंटे सवाल-जवाब हुए और कई पहलुओं को समझने की कोशिश की गई.
उसके बाद विवाद तब ज्यादा बढ़ गया जब जांच एजेंसी ने मनीष सिसोदिया के खिलाफ लुक ऑउट नोटिस जारी कर दिया. उस नोटिस के बाद डिप्टी सीएम ने कहा कि ये तो नौटंकी है, मैं दिल्ली में खुलेआम घूम रहा हूं, बताइए कहां आना है?
मनोज तिवारी ने किया पलटवार
वैसे सिसोदिया के आरोपों पर बीजेपी नेता मनोज तिवारी का जवाब आया है. उन्होंने सवाल उठा दिया है कि जब सीबीआई उनका फोन जब्त कर चुकी है, तो उन्हें कैसे कोई मैसेज मिला. वे ट्वीट कर लिखते हैं कि मनीष का फ़ोन तो CBI ले गयी खुद ही बोले.. तो किसके फ़ोन पर फ़ोन या मेसिज आया उसका नाम बताए और उनका फ़ोन भी जांच के लिए जमा करवाए.. ताक़ि दूध का दूध और शराब का शराब हो जाए.