यमुना नदी का तेजी से बढ़ता जलस्तर दिल्ली के लिए मुसीबत बनता जा रहा है. यमुना का पानी निचले इलाकों में घुस चुका है. दिल्ली के विकास भवन आईटीओ के पास पानी भर गया है. अब वह धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है. राजधानी के बड़े अस्पतालों में शामिल एलएनजेपी पर भी संकट मंडराने लगा है. अस्पताल में कार्यरत डॉ. सुरेश का कहना है कि अस्पताल बाढ़ के पानी से घिर चुका है. अस्पताल में बिजली की कमी और बिजली कटौती के साथ-साथ लोगों को करंट लगने का खतरा बढ़ गया है. उनका कहना है कि अगले 24 घंटे बेहद अहम हैं. अस्पताल में भर्ती 40 मरीजों को शिफ्टिंग की जरूरत है. हमने ने वेंटिलेटर में रखे गए तीन मरीजों को पहले ही शिफ्ट किया जा चुका है. हालांकि बाकी को भी वहां से शिफ्ट किया जा रहा है.
बाढ़ का पानी सिविल लाइंस इलाके में पहुंच चुका है. इसी इलाके में मुख्यमंत्री आवास भी है. बाढ़ का पानी सीएम आवास से करीब 250 मीटर दूर है. अब ऐसी ही जलस्तर बढ़ता रहा तो, सीएम आवास में भी पानी घुस जाएगा. वहीं बीजेपी आईटी सेल के हेड ने तंज कसते हुए ट्वीट किया कि अरविंद केजरीवाल का 45 करोड़ का अवैध शीशमहल डूबा क्या?
सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि यमुना में जलस्तर बढ़ने के बाद पैदा हुए हालात पर DDMA की बैठक हुई. दिल्ली में सभी स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी को रविवार तक के लिए बंद किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में जरूरी सेवाओं वाले बड़े वाहनों को ही आने की इजाजत दी जाएगी. सभी दिल्लीवासी धैर्य रखें, जल्द पानी का स्तर कम होगा और स्थिति सामान्य होगी.
सीएम ने बताया कि सभी नॉन-एसेंशियल सरकारी दफतरों को वर्क फ्रॉम होम किया जा रहा है. प्राइवेट ऑफिस को भी वर्क फ्रॉम होम लागू करने की एडवाइजरी जारी की जा रही है. वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद होने से पानी की सप्लाई 25 प्रतिशत तक प्रभावित होगी, इसलिए पानी की राशनिंग की जाएगी.
यमुना के जलस्तर ने 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है. गुरुवार को नदी का जलस्तर 208.6 मीटर तक पानी पहुंच गया. 6 सितंबर 1978 को यमुना का अधिकतम फ्लड लेवल 207.49 मीटर दर्ज किया गया था. हालात को देखते हुए निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है.
यमुना नदी का जलस्तर बुधवार सुबह 9 बजे पुराना रेलवे पुल पर 207.32 मीटर दर्ज किया गया था, जो 1 बजे बढ़कर 207.55 मीटर हो गया था. यमुना के जलस्तर ने सुबह 10 साल का रेकॉर्ड तोड़ दिया था.