राजधानी दिल्ली पार्किंग विवाद के चलते हुई हत्या ने इलाके को दहला दिया. मृतक की पहचान 42 वर्षीय आसिफ के रूप में हुई है, जो बॉलीवुड एक्टर हुमा कुरैशी के चचेरे भाई हैं. परिवार का आरोप है कि यह केवल झगड़े में हुआ मर्डर नहीं, बल्कि पहले से रची गई साजिश लग रही है.
ऐसे हुई घटना की शुरुआत
परिवार और प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, रात करीब साढ़े नौ से दस बजे के बीच यह वारदात हुई. आसिफ की पत्नी ने बताया कि उनके घर के सामने पड़ोस के एक युवक ने स्कूटी खड़ी कर दी थी, जिससे मुख्य गेट बंद हो गया. उन्होंने युवक से स्कूटी को थोड़ा आगे करने को कहा, जिस पर उसने गाली-गलौज शुरू कर दी और धमकी दी कि अभी आता हूँ और बताता हूं. थोड़ी देर बाद वह अपने भाई के साथ वापस आया और सीधे आसिफ पर हमला कर दिया. परिवार वालों के मुताबिक इससे पहले भी ये लोग आरिफ पर हमला कर चुके थे.
आरोप है कि हमलावर के हाथ में नुकीला हथियार था, जिसे उसने आसिफ के सीने में घोंप दिया. वारदात इतनी तेज़ी से हुई कि आसपास के लोग संभल भी नहीं पाए. खून बहने से आसिफ मौके पर ही गिर पड़े. पत्नी और पड़ोसियों ने उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
भाभी का फोन आया, दौड़कर पहुंचा
आसिफ के भाई जावेद ने मीडिया से बातचीत में बताया कि रात करीब साढ़े दस बजे भाभी का फोन आया कि आसिफ पर हमला हो गया है और हालत बहुत खराब है. मैं तुरंत अपनी दुकान छोड़कर दौड़कर घर पहुंचा. लेकिन जब तक पहुंचा, वह खत्म हो चुके थे. झगड़ा सिर्फ पार्किंग की बात पर हुआ था, लेकिन हमलावर पहले भी उनसे दो-तीन बार इसी बात पर भिड़ चुके थे. जावेद ने यह भी कहा कि पहले की झड़पों में उन्होंने पुलिस में शिकायत नहीं की थी, ताकि मामला न बढ़े.
चाचा का आरोप: साल भर से रंजिश थी
आसिफ के चाचा सलीम कुरैशी ने दावा किया कि यह हमला योजनाबद्ध था. मेरे भतीजे ने बस इतना कहा था कि स्कूटी थोड़ी आगे खड़ी कर दो, दरवाजे पर न लगाओ. इस बात पर दो लोग आए और मिलकर उस पर हमला कर दिया. मोहल्ले के लोग जानते हैं कि पिछले साल भी इन लोगों ने उस पर जानलेवा हमला करने की कोशिश की थी. तब पड़ोसियों ने बीच-बचाव कर दिया था. इस बार उन्होंने मौका देखकर उसे घेर लिया और मार डाला. सलीम ने पुलिस से आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी और कड़ी सजा की मांग की है.
पत्नी की आंखों देखी
आसिफ की पत्नी ने घटना के वक्त का पूरा मंजर बताया. मेरे पति दरवाजे पर खड़े थे. पड़ोस के लड़के ने स्कूटी गेट के सामने लगा दी. मेरे पति ने बस इतना कहा कि बेटा, थोड़ा आगे खड़ी कर दो ताकि रास्ता खुला रहे. इस पर उसने गाली दी और धमकी देकर ऊपर चला गया. थोड़ी देर बाद वह अपने भाई के साथ नीचे आया और मेरे पति के सीने में नुकीला हथियार घोंप दिया. खून निकलने लगा, मैंने अपने देवर को फोन किया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. उनका कहना है कि पति को मौके पर ही इतना गहरा घाव लगा कि अस्पताल ले जाने से पहले ही उनकी मौत हो गई. पहले भी ये लोग मारने की कोशिश कर चुके थे, लेकिन मेरे पति ने कहा था कि छोड़ो, मामला शांत करो. अब उसी बात का नतीजा ये हुआ कि मैं विधवा हो गई. रोते हुए आसिफ की पत्नी ने कहा, मेरे पति चिकन सप्लाई का काम करते थे, मेहनत-मजदूरी से घर चलाते थे. बस मेरी एक ही मांग है कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, ताकि किसी और का घर इस तरह न उजड़े.
पड़ोसियों की गवाही
मोहल्ले में आसिफ को सभी एक मिलनसार और मददगार इंसान के रूप में जानते थे. पड़ोसी रामवती ने कहा, वो मुझे दादी कहकर बुलाता था, बहुत इज्जत देता था. डेढ़ साल से यहीं रह रहा था, कभी किसी से बदतमीजी नहीं की. बस दो मिनट पहले बच्चों से खेल रहा था, और देखते-देखते सब खत्म हो गया. एक अन्य पड़ोसी ने बताया कि विवाद की शुरुआत महज स्कूटी खड़ी करने को लेकर हुई थी, लेकिन दोनों हमलावरों का गुस्सा पुराना था.
पुरानी रंजिश की कड़ियां
परिवार और स्थानीय लोगों के अनुसार, आसिफ और हमलावरों के बीच पार्किंग को लेकर पहले भी कई बार तकरार हो चुकी थी. पिछले साल हुई झड़प में मोहल्ले के लोगों ने बीच-बचाव कर दिया था. इस बार, आरोपियों ने मौका देखकर देर रात हमला किया, जब आसपास भीड़ कम थी और आसिफ बाहर अकेले खड़े थे.
पुलिस की कार्रवाई
वारदात के बाद इलाके में तनाव फैल गया. स्थानीय थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. अधिकारियों का कहना है कि आरोपियों की पहचान हो चुकी है और उन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, घटना में दो आरोपी शामिल थे, जो उसी गली में दो मकान छोड़कर रहते हैं. दोनों वारदात के बाद फरार हो गए. इलाके में सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है.
मोहल्ले में दहशत
हत्या के बाद से स्थानीय लोगों में गुस्सा और दहशत दोनों है. कई निवासियों का कहना है कि अगर पहले की शिकायतों को गंभीरता से लिया गया होता तो शायद यह वारदात न होती. पड़ोसी कहते हैं कि इस तरह की हिंसा ने मोहल्ले की शांति को तोड़ दिया है. खासकर, विवाद का कारण महज “पार्किंग” होना सभी को हैरान कर रहा है.
परिवार की मांग
आसिफ के परिजनों का कहना है कि यह महज गुस्से में उठाया गया कदम नहीं, बल्कि एक सोची-समझी हत्या है. वे आरोपियों की गिरफ्तारी और फास्ट-ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने की मांग कर रहे हैं. जावेद का कहना है कि एक छोटी सी बात पर किसी की जान ले लेना बर्बरता है. हम चाहते हैं कि कानून सख्ती से पेश आए, ताकि दूसरों को भी सबक मिले.