दिल्ली AIIMS इमरजेंसी वार्ड के पास भीषण आग लग गई है. आग एंडोस्कोपी रूम में लगी है. सूचना मिलने पर दमकल विभाग की 8 गाड़ियां मौके पर पहुंच गई हैं. आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है. बताया जा रहा है कि आग सोमवार को करीब 11.54 बजे लगी. हादसे के बाद आनन-फानन में सभी मरीजों को इमरजेंसी वार्ड से बचाकर दूसरी जगह शिफ्ट किया गया है.
इससे पहले जून 2021 को एम्स अस्पताल में आग लगने से हड़कंप मच गया था. अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान में गेट नंबर 2 के करीब कन्वर्जन ब्लॉक की नौवीं मंजिल में रात करीब दस बजे आग लगी थी. मौके पर पहुंचीं 26 से ज्यादा गाड़ियों ने देर रात आग बुझाने का काम किया था. डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग को नियंत्रित कर लिया गया था. इस आग से स्पेशल कोरोना लैब में रखे सैंपल जलकर खाक हो गए.
बता दें कि दिल्ली के AIIMS अस्पताल में देशभर से मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं. इतना ही नहीं देश के बाहर से भी लोगों के आने का क्रम चलता रहता है. जानकारी के मुताबिक, दिल्ली AIIMS में हर रोज करीब 12 हजार मरीज इलाज करवाने पहुंचते हैं.
एम्स में डेवलपमेंट को लेकर तेजी से काम चल रहे हैं. एम्स की पुनर्विकास योजना के तहत एम्स में 50 नए ऑपरेशन थिएटर तैयार किए जाने हैं. इसके साथ ही 300 इमरजेंसी बेड सहित 3,000 से अधिक अतिरिक्त पेशेंट केयर बेड (Patient Care Beds) भी तैयार किए जाने हैं. समिति ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को सुझाव दिए हैं कि मंत्रालय को दिल्ली एम्स के मास्टर प्लान को बिना किसी देरी के मंजूरी देनी चाहिए ताकि मार्च 2024 तक एम्स को विश्वस्तरीय मेडिकल संस्थान के उद्देश्य को हासिल किया जा सके.
इससे पहले एक ऐसा मामला भी सामने आया था, जिसमें हैकर्स ने एम्स का सर्वर हैक कर 200 करोड़ की फिरौती मांगी थी. ऐसी बातें कही जा रहीं थीं कि हैकरों ने एम्स से 200 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी. फिरौती की ये रकम क्रिप्टोकरंसी में मांगी गई थी. न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया था कि कि हैकरों ने 200 करोड़ की फिरौती मांगी थी. हालांकि, दिल्ली पुलिस ने फिरौती मांगने की बात से इनकार किया था. पुलिस का कहना था कि फिरौती नहीं मांगी गई. एम्स की ओर से भी इसे लेकर कोई बयान सामने नहीं आया था.