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दिल्ली वालों की नाइटलाइफ अब होगी और भी फूडी! सरकार ने तैयार किया प्लान, जानें पूरी डिटेल

दिल्ली सरकार के पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा के मुताबिक सरकार दिल्ली में फूड ट्रक लगाने की तैयारी कर रही है. नाइटलाइफ को बेहतर बनाने के लिए ये फूड ट्रक दिल्ली के कनॉट प्लेस, चांदनी चौक जैसे इलाकों में लगाए जाएंगे, जो रात 10:00 बजे से 1:00 बजे तक फूड उपलब्ध कराएंगे.

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इस नई योजना के तहत शहर के एक प्रमुख क्षेत्र को विशेष रूप से रात में खुला रखने की अनुमति दी जाएगी. (Photo: AI-generated)
इस नई योजना के तहत शहर के एक प्रमुख क्षेत्र को विशेष रूप से रात में खुला रखने की अनुमति दी जाएगी. (Photo: AI-generated)

राजधानी दिल्ली की नाइटलाइफ अब और भी रौशन और रंगीन होने जा रही है. राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन एक ऐसी हेरिटेज फूड और कल्चरल स्ट्रीट की योजना बना रहे हैं, जो इंदौर के प्रसिद्ध '56 दुकान' की तर्ज पर तैयार किया जाएगा. यह पहल दिल्ली को नाइट टूरिज्म और लोकल कल्चर के हॉटस्पॉट के रूप में उभारने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है.

रातभर मस्ती और मेले जैसा माहौल

इस नई योजना के तहत शहर के एक प्रमुख क्षेत्र को विशेष रूप से रात में खुला रखने की अनुमति दी जाएगी, जहां दिल्ली का सबसे बेस्ट स्ट्रीट फूड मिलेगा. चाहे वह पुरानी दिल्ली की चाट हो या करोल बाग के छोले भटूरे, यह सब आपको एक जगह पर लाइव म्यूजिक के साथ दिल्ली सरकार उपलब्ध कराएगी. यहां हर उम्र के लोग आकर मनोरंजन कर सकेंगे, जिससे दिल्ली की नाइटलाइफ को एक नया आयाम मिलेगा.

सड़कों पर लगेंगे फूड ट्रक

दिल्ली सरकार के पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा के मुताबिक सरकार दिल्ली में फूड ट्रक लगाने की तैयारी कर रही है. नाइटलाइफ को बेहतर बनाने के लिए ये फूड ट्रक दिल्ली के कनॉट प्लेस, चांदनी चौक जैसे इलाकों में लगाए जाएंगे, जो रात 10:00 बजे से 1:00 बजे तक फूड उपलब्ध कराएंगे.

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'56 दुकान' से मिली प्रेरणा

इंदौर का '56 दुकान' क्षेत्र न सिर्फ स्ट्रीट फूड के लिए, बल्कि अपनी सांस्कृतिक ऊर्जा के लिए भी जाना जाता है. रात 12 बजे तक चहल-पहल से भरा रहने वाला यह इलाका अब दिल्ली की शहरी योजना का मॉडल बन रहा है. दिल्ली सरकार का मानना है कि इसी तर्ज पर एक ऐसा केंद्र बनाने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और लोकल इकोनॉमी को भी मजबूती मिलेगी.

बढ़ेगा रोजगार, बदलेगा माहौल

परियोजना से स्थानीय व्यापारियों, फूड वेंडर्स और कलाकारों को सीधा लाभ मिलने की उम्मीद है. साथ ही दिल्ली के नागरिकों को भी बिना सुरक्षा की चिंता के एक सुरक्षित और जीवंत वातावरण में रात के समय घूमने-फिरने का अवसर मिलेगा.

पायलट प्रोजेक्ट से होगी शुरुआत

सूत्रों के मुताबिक, इस योजना का पायलट प्रोजेक्ट पहले एक इलाके में शुरू किया जाएगा- संभवत: चांदनी चौक, हौज खास या कनॉट प्लेस जैसे ऐतिहासिक और लोकप्रिय क्षेत्रों में. इसके बाद यदि यह सफल रहा तो शहर के अन्य इलाकों में भी इसे लागू किया जाएगा. लेकिन इस प्रोजेक्ट को लगाने वाले तमाम लोगों को हाइजीन का खास ध्यान रखना होगा. किसी भी प्रकार की लापरवाही बरती गई तो उस पर सख्त कार्रवाई होगी और वेंडर का लाइसेंस भी कैंसिल किया जा सकता है.

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पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

दिल्ली की नाइटलाइफ को नया रंग देने की यह कोशिश न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा देगी, बल्कि शहर के आम लोगों को भी एक नई सामाजिक और सांस्कृतिक जगह मुहैया कराएगी. यदि यह योजना सफल रहती है, तो दिल्ली भी रात में जागने वाले महानगरों की कतार में मजबूती से खड़ी हो सकती है.

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