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दिल्ली: बुलेट सवार शख्स की मांझे से कटी गर्दन, अस्पताल में तोड़ा दम

नजफगढ़ इलाके के रहने वाले 23 साल के सौरव दहिया 14 अगस्त को बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार होकर मधुबन चौक फ्लाईओवर से पीतमपुरा की तरफ जा रहे थे तभी पतंग के मांझे में सौरव की गर्दन फंसी जिसके बाद वह अपनी बाइक का संतुलन खो बैठे.

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मामला दिल्ली के पीतमपुरा का है.
मामला दिल्ली के पीतमपुरा का है.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • लोगों ने पहुंंचाया अस्पताल लेकिन नहीं बच सकी जान
  • बुलेट सवार शख्स की मांझे से कटी गर्दन

दिल्ली (Delhi) के पीतमपुरा (Pitampura) इलाके में एक दर्दनाक हादसा हुआ. नजफगढ़ इलाके के रहने वाले 23 साल के सौरव दहिया 14 अगस्त को बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार होकर मधुबन चौक फ्लाईओवर से पीतमपुरा की तरफ जा रहे थे तभी पतंग के मांझे में सौरव की गर्दन फंसी जिसके बाद वह अपनी बाइक का संतुलन खो बैठे.

जिससे वह दुर्घटना के शिकार हो गए. इस हादसे में वह बुरी तरह घायल हो गए. हादसे के वक्त राह से गुजर रहे लोगों ने पीतमपुरा के सरोज अस्पताल में सौरव को भर्ती करवाया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. सौरव की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि गला कटने की वजह से ज्यादा खून बहा और वही सौरव की मौत की वजह बना. सौरव ने हाल ही में दिल्ली के एक कॉलेज से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की थी, सौरव बुलेट चलकर अपनी बुआ के घर जा रहे थे, इस दौरान यह दर्दनाक हादसा हुआ.

बता दें कि  राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में साल 2017 से ही चीनी मांझे (मेटल कोटेड वाला मांझा) पर प्रतिबंध है. दिल्ली में इस नियम का उल्लंघन करने पर पांच लाख रुपये का जुर्माना या फिर जेल हो सकती है. स्वतंत्रता दिवस से पहले दिल्ली सरकार ने लोगों से अपील की थी कि स्वतंत्रता दिवस के जश्न में किसी की जान पर ना बन आए, इसके लिए जरूरी है कि पतंगबाजी सिर्फ सूती धागे वाले मांझे से ही हो.

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