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Delhi Rains: दिल्ली में 14 सालों में अगस्त में सबसे कम बारिश, ये है वजह, जानें सितंबर के पहले हफ्ते का हाल

Delhi Weather Update: IMD ने कहा है कि उत्तर पश्चिम भारत में मॉनसून की गतिविधि अगले पांच दिनों तक मंद रहेगी. IMD के आंकड़ों के अनुसार, सफदरजंग वेधशाला ने इस महीने अब तक सामान्य 233.1 मिमी के मुकाबले 41.6 मिमी बारिश दर्ज की है. आम तौर पर, अगस्त में 247 मिमी वर्षा होती है.

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Delhi Weather Update
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Delhi Weather Update, Delhi Rainfall Alert: मॉनसून का सीजन भले ही कुछ राज्यों के लिए अच्छा साबित हुआ हो, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लिए यह बेहतर नहीं रहा. दरअसल, पिछले 14 सालों में यह पहली बार है, जब अगस्त महीने में दिल्ली में सबसे कम बारिश रिकॉर्ड की गई. बुधवार को भी बारिश की संभावना नहीं है.

दिल्ली के प्राइमरी वेदर स्टेशन सफदरजंग ऑब्जरवेट्री के अनुसार, दिल्ली का आज का न्यूनतम तापमान 25.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. मैक्सिमम टेम्प्रेचर 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है. यूं तो अगले पांच से छह दिनों तक राजधानी में बादल छाए रह सकते हैं, लेकिन बहुत अच्छी बारिश के संकेत नहीं हैं.

मौसम विशेषज्ञ इस महीने बारिश की कमी के पीछे वजह पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर तीन कम दबाव वाले क्षेत्रों को बता रहे हैं. इसके चलते मॉनसून की ट्रफ मध्य भारत की ओर खिंच गई और लंबे समय तक इसने उत्तर की ओर बढ़ने नहीं दिया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि उत्तर पश्चिम भारत में मॉनसून की गतिविधि अगले पांच दिनों तक मंद रहेगी. IMD के आंकड़ों के अनुसार, सफदरजंग वेधशाला ने इस महीने अब तक सामान्य 233.1 मिमी के मुकाबले 41.6 मिमी बारिश दर्ज की है. आम तौर पर, शहर में अगस्त में 247 मिमी वर्षा होती है. 

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न्यूज एजेंसी पीटीआई ने IMD की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के हवाले से बताया है कि राजधानी में पिछले साल अगस्त में 214.5 मिमी, 2020 में 237 मिमी और 2019 में 119.6 मिमी बारिश दर्ज की गई थी. स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष (जलवायु परिवर्तन और मौसम विज्ञान) महेश पलावत ने कहा, "दिल्ली और उत्तर पश्चिम भारत के अन्य हिस्सों में तभी बारिश हुई, जब ट्रफ रेखा हिमालय की तलहटी में जाते हुए क्षेत्र के ऊपर से गुजरी.''    

उन्होंने बताया कि तीन कम दबाव वाले क्षेत्र अगस्त में बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी के ऊपर विकसित हुए, जो ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और दक्षिण पाकिस्तान से होते हुए जा रहे थे और वहां अच्छी बारिश दे रहे थे. मौसम ब्यूरो ने अगस्त में उत्तर पश्चिम भारत में सामान्य से सामान्य से अधिक बारिश की भविष्यवाणी की थी. कुल मिलाकर, सफदरजंग वेधशाला ने 1 जून से सामान्य 506.7 मिमी के मुकाबले 350.8 मिमी बारिश दर्ज की है. सितंबर के लिए कम बारिश की भविष्यवाणी की गई है.

 

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