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दिल्ली: मां-बेटे दोनों से थे शख्स के संबंध, गे-पार्टनर ने मर्दानगी पर उठाए सवाल तो गला घोंटकर मार डाला

एक संदिग्ध मोहित को स्थानीय पुलिस ने पकड़ लिया, मुख्य आरोपी वीरेंद्र पकड़ से बचने में कामयाब रहा. उसको गिरफ्तार करने के लिए, देहरादून, हरिद्वार, दिल्ली और गुरुग्राम सहित विभिन्न स्थानों पर छापे मारे गए. पुलिस को पता चला कि वीरेंद्र 21 मई को अपने एक सहयोगी से मिलने के लिए गुरुग्राम के राजेंद्र नगर इलाके में पहुंचेगा. इस गुप्त सूचना के आधार पर एक टीम गठित की गई और वीरेंद्र को पकड़ा गया.

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दिल्ली पुलिस ने मालवीय नगर में एमबीए छात्र की हुई हत्या की गुत्थी सुलझाई. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
दिल्ली पुलिस ने मालवीय नगर में एमबीए छात्र की हुई हत्या की गुत्थी सुलझाई. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

दक्षिणी दिल्ली के खिड़की एक्सटेंशन इलाके में एक पार्टी के दौरान गुस्से में आकर एमबीए छात्र की कथित तौर पर गला घोंटने हत्या करने के आरोप में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि वारदात 11 अप्रैल को हुई थी और सोनीपत निवासी वीरेंद्र को हत्या के आरोप में एक महीने बाद गिरफ्तार करने में सफलता मिली. पुलिस के मुताबिक मुख्य आरोपी वीरेंद्र मृतक एमबीए छात्र और उसकी मां दोनों के साथ रिश्ते में था. 

पुलिस के मुताबिक, पीड़ित छात्र को जब पता चला कि वीरेंद्र उसकी मां के साथ भी रिश्ते में है, तो दोनों के बीच दुश्मनी हो गई, लेकिन बाद में वे फिर दोस्त बन गए. पुलिस जांच में पता चला कि एमबीए छात्र दिल्ली एनसीआर में कई समलैंगिक क्लबों का सदस्य था. उसके वीरेंद्र के साथ भी समलैंगिक संबंध थे. 

डिप्टी पुलिस कमिश्नर (क्राइम) राकेश पावरिया ने घटना के बारे में बताया, '13 अप्रैल को, एक 23 वर्षीय व्यक्ति का शव उसके रूममेट ने खिड़की एक्सटेंशन में उनके किराये के फ्लैट में पाया. रूममेट गुरुग्राम से अपनी नाइट शिफ्ट की ड्यूटी से लौटा था. उसने पीसीआर कॉल के माध्यम से पुलिस को इस बारे में सूचित किया. मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मामले की जांच के लिए मालवीय नगर पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की.'

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डीसीपी ने राकेश पावरिया कहा, ' एक संदिग्ध मोहित को स्थानीय पुलिस ने पकड़ लिया, मुख्य आरोपी वीरेंद्र पकड़ से बचने में कामयाब रहा. उसको गिरफ्तार करने के लिए, देहरादून, हरिद्वार, दिल्ली और गुरुग्राम सहित विभिन्न स्थानों पर छापे मारे गए. पुलिस को पता चला कि वीरेंद्र 21 मई को अपने एक सहयोगी से मिलने के लिए गुरुग्राम के राजेंद्र नगर इलाके में पहुंचेगा. इस गुप्त सूचना के आधार पर एक टीम गठित की गई और वीरेंद्र को पकड़ा गया. उसने हत्या में अपनी संलिप्तता कबूल कर ली है.'

पुलिस अधिकारी ने कहा, 'वीरेंद्र अपने चचेरे भाई मोहित के साथ दिल्ली एनसीआर में मोटरसाइकिल टैक्सी एग्रीगेटर के लिए काम कर रहा था. पूछताछ में पता चला कि वीरेंद्र के करीब दो साल पहले पीड़ित छात्र की मां से अवैध संबंध थे. इससे शुरू में दोनों के बीच दुश्मनी हुई जो बाद में दोस्ती में बदल गई. 11 अप्रैल को पीड़ित ने वीरेंद्र को ड्रिंक के लिए अपने फ्लैट पर एक पार्टी में बुलाया. वीरेंद्र और मोहित पार्टी में गए थे. पीने ​​के बाद पीड़ित ने वीरेंद्र की मर्दानगी को चुनौती दी जिससे वह क्रोधित हो गया. गुस्से में आकर वीरेंद्र ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और मौके से भाग गया.'

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