दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में दावा किया था कि भारतीय जनता पार्टी दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार गिराने के लिए उनके विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रही है. इस संबंध में दिल्ली क्राइम ब्रांच के अधिकारी शुक्रवार को केजरीवाल को नोटिस देने के लिए उनके आवास पर पहुंचे, लेकिन वह मौजूद नहीं थे. दिल्ली पुलिस के नोटिस में अरविंद केजरीवाल से उनके द्वारा लगाए गए आरोपों के समर्थन में सबूत देने को कहा गया है. दिल्ली क्राइम ब्रांच की एक टीम मंत्री आतिशी मार्लेना के घर भी पहुंची, लेकिन पता चला कि वह चंडीगढ़ में हैं.
दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम अरविंद केजरीवाल और आतिशी मार्लेना से जानना चाहती है की उन्होंने किस आधार पर अपने विधायकों को तोड़ने का आरोप लगाया. उन्होंने जो आरोप लगाया है उसके पक्ष में क्या-क्या सबूत मौजूद हैं. अगर कोई सबूत है तो उसे क्राइम ब्रांच को मुहैया कराएं, जिसकी जांच की जाएगी. बता दें कि पिछले हफ्ते अरविंद केजरीवाल ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया था कि उनकी पार्टी के 7 विधायकों से बीजेपी ने संपर्क किया था. बीजेपी ने तुरंत उनके आरोपों को बेबुनियाद बताया और इस संबंध में दिल्ली पुलिस से शिकायत की थी.
मुख्यमंत्री के आरोपों पर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, 'इससे पता चलता है कि अरविंद केजरीवाल राजनीतिक रूप से कितने हताश हो गए हैं. उनका यह निराधार आरोप खुद को राजनीतिक तौर पर जिंदा रखने की कोशिश है. यह आरोप कि भाजपा दिल्ली में 70 में से 62 विधायकों वाली सत्तारूढ़ आप के विधायकों को तोड़ना चाहती है, उनके मानसिक दिवालियापन को दर्शाता है'. केजरीवाल के आवास पर पुलिस का अचानक दौरा ऐसे समय में हुआ है जब वह शराब घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय के रडार पर हैं.
अरविंद केजरीवाल ने क्या दावा किया था?
अरविंद केजरीवाल ने 27 जनवरी को एक्स पर एक पोस्ट में दावा किया था कि भाजपा दिल्ली में आम आदमी पार्टी के विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रही है. उन्होंने लिखा था, 'पिछले दिनों इन्होंने हमारे दिल्ली के 7 MLAs को संपर्क कर कहा है- कुछ दिन बाद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लेंगे. उसके बाद MLAs को तोड़ेंगे. 21 MLAs से बात हो गयी है. औरों से भी बात कर रहे हैं. उसके बाद दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार गिरा देंगे. आप भी आ जाओ. 25 करोड़ रुपये देंगे और बीजेपी की टिकट से चुनाव लड़वा देंगे'.
उन्होंने आगे लिखा, 'हालांकि उनका दावा है कि उन्होंने 21 MLAs से संपर्क किया है लेकिन हमारी जानकारी के मुताबिक उन्होंने अभी तक 7 MLAs को ही संपर्क किया है और सबने मना कर दिया. इसका मतलब किसी शराब घोटाले की जांच के लिए मुझे गिरफ्तार नहीं किया जा रहा, बल्कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार गिराने के लिए षड्यंत्र कर रहे हैं. पिछले नौ सालों में हमारी सरकार गिराने के लिए इन्होंने कई षड्यंत्र किए. लेकिन इन्हें कोई सफलता नहीं मिली. भगवान ने और जनता ने हमेशा हमारा साथ दिया. हमारे सभी MLA भी मजबूती से साथ हैं. इस बार भी ये लोग अपने नापाक इरादों में फेल होंगे'.
अरविंद केजरीवाल ने आगे लिखा था, 'ये लोग जानते हैं कि दिल्ली की जनता के लिए हमारी सरकार ने कितने काम किए हैं. इनकी पैदा की गयी तमाम अड़चनों के बावजूद हमने इतने काम किए हैं. दिल्ली की जनता AAP से बेइंतहा प्यार करती है. इसलिए चुनावों में AAP को हराना इनके बस की बात नहीं. तो एक फर्जी शराब घोटाले के बहाने गिरफ्तार करके सरकार गिराना चाहते हैं'.