दिल्ली में ऑक्सीजन की ऐसी किल्लत देखने को मिल रही है कि अब सीएम अरविंद केजरीवाल को देश के तमाम मुख्यमंत्रियों को पत्र लिख गुहार लगानी पड़ रही है. वे सभी राज्यों से अपील कर रहे हैं कि दिल्ली को ऑक्सीजन सप्लाई की जाए. वे केंद्र का शुक्रिया अदा तो कर रहे हैं, लेकिन साथ ही साथ ऑक्सीजन की बढ़ती डिमांड को पूरा भी करना चाहते हैं. अब स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन की तरफ से ट्वीट कर केजरीवाल को जवाब दिया गया है. स्पष्ट कहा गया है कि केंद्र की तरफ से दिल्ली को ऑक्सीजन का पूरा कोटा मिला है, अब इस्तेमाल की जिम्मेदारी उनकी है.
CM केजरीवाल की ऑक्सीजन गुहार पर ये बोले हर्षवर्धन
ट्वीट कर हर्षवर्धन ने लिखा है कि दिल्ली को कोटे से ज्यादा ऑक्सीजन दी गई है. खुद सीएम केजरीवाल ने भी पीएम को शुक्रिया बोला था. अब इस ऑक्सीजन कोटे का सही तरीके से इस्तेमाल हो, इसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होती है. हर्षवर्धन की तरफ से ये ट्वीट आना दिल्ली को मायूस तो कर सकता है लेकिन ये सवाल भी उठा जाता है कि ऑक्सीजन की इतनी भारी किल्लत क्यों देखने को मिल रही है.
मालूम हो कि शुक्रवार को पीएम मोदी संग हुई बैठक में केजरीवाल की तरफ से केंद्र को शुक्रिया कहा गया था. उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की थी कि मुश्किल समय में केंद्र की तरफ से दिल्ली को ऑक्सीजन की सप्लाई की गई. लेकिन उस बैठक के बाद भी दिल्ली के तमाम अस्पतालों से ऑक्सीजन किल्लत की खबर सुनने-देखने को मिल गई. ताजा मामला दिल्ली के जयपुर गोल्डन अस्पताल का रहा जहां पर 25 मरीजों की मौत सिर्फ इसलिए हो गई क्योंकि उन्हें समय रहते ऑक्सीजन नहीं मिली. अस्पताल प्रशासन की तरफ से अब स्पष्ट कर दिया गया है कि अगर रात 9 बजे तक ऑक्सीजन नहीं दी गई तो 200 मरीजों की जान खतरे में पड़ जाएगी.
पत्र में केजरीवाल ने क्या बोला?
दिल्ली के दूसरे अस्पतालों में भी स्थिति बद से बदतर बनती जा रही है. केस तो बढ़ रहे हैं, लेकिन बेड मिलना मुश्किल हो रहा है. ऑक्सीजन की भारी कमी भी कोविड मरीजों पर भारी पड़ रही है. स्थिति की गंभीरता को समझते हुए ही सीएम की तरफ से सभी मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा गया.
पत्र में केजरीवाल ने कहा है कि मैं सभी मुख्यमंत्रियों को पत्र लिख रहा हूं, यदि उनके पास अतिरिक्त ऑक्सीजन है तो दिल्ली को ऑक्सीजन देने का अनुरोध करूंगा. हालांकि, केंद्र सरकार हमारी मदद भी कर रही है लेकिन कोरोना की गंभीरता ऐसी है कि सभी उपलब्ध संसाधन अपर्याप्त साबित हो रहे हैं.'