13000 करोड़ बकाया फंड की मांग को लेकर एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी (BJP) और आम आदमी पार्टी (AAP) आमने-सामने आ गई है. पूर्वी दिल्ली नगर निगम के बीजेपी पार्षदों ने सोमवार को निर्माण विहार से दिल्ली सचिवालय तक पैदल मार्च निकाला. उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले कई सालों से बकाया फंड के कारण पूर्वी दिल्ली नगर निगम में सभी निर्माण और विकास कार्य अधूरे हैं.
पूर्वी दिल्ली नगर निगम के मेयर श्याम सुंदर अग्रवाल ने कहा कि पिछले काफी वक्त से दिल्ली सरकार नगर निगम के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. उनका बकाया नहीं मिल पाने के कारण पूर्वी दिल्ली निगम के पार्षद अपने इलाकों में विकास नहीं करा पा रहे हैं. सफाई कर्मचारी हो या फिर निगम स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक, उनको भी टाइम पर सैलरी नहीं मिल पा रही है.
मेयर ने केजरीवाल सरकार पर आरोप लगाते हुए का कि 13000 करोड़ का बकाया है जिसमें चौथे वेतन आयोग के भी पैसे शामिल हैं. सफाई कर्मचारियों की हालत तो बद से बदतर होती जा रही है. कर्मचारियों को पैसा उधार मांग कर अपना घर चलाना पड़ रहा है. 2-2 महीने तक सैलरी नहीं मिलने के बाद जब वे प्रदर्शन करते हैं तो केजरीवाल सरकार दो महीने का पैसा रिलीज कर देती है, लेकिन पिछला बकाया देने के बारे में कभी नहीं सोचती.
विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता नवीन कुमार जिंदल ने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार पंजाब और उत्तराखंड में प्रचार-प्रसार कर रही है. ये रकम आम जनता के हक का है. उन्होंने केजरीवाल सरकार से पूछा कि आप जनता के पैसों से कैसे प्रचार-प्रसार कर सकते हैं. अगर आपको राजनीति करनी है तो अपने दम पर कीजिए.
बता दें कि यह पहली बार नहीं है कि जब बकाया फंड की मांग की गई है. इससे पहले भी पूर्वी दिल्ली नगर निगम और उत्तरी दिल्ली नगर निगम फंड की कमी को लेकर सरकार पर हमला बोलते रहे हैं. दिल्ली नगर निगम चुनावों से पहले एक बार फिर बीजेपी इस मुद्दे पर केजरीवाल सरकार को घेरने में जुट गई है.