पिछले कुछ महीनों से बांग्लादेश के अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर हो रहे हमलों का मामला सुर्खियों में है. इस बीच दिल्ली के कुछ व्यापारियों ने बांग्लादेश को बहिष्कार करने का आह्वान किया है. कश्मीरी गेट स्थित ऑटो पार्ट्स के थोक व्यापारियों ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों की वजह से पड़ोसी देश के साथ व्यापार का बहिष्कार करने का ऐलान किया है.
एजेंसी के मुताबिक, ऑटोमोटिव पार्ट्स मर्चेंट्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट विनय नारंग ने कहा, "बांग्लादेश में हिंदुओं पर हाल ही में हुए हमलों के खिलाफ कश्मीरी गेट ऑटो पार्ट्स मार्केट ने फैसला पड़ोसी देश के साथ बिजनेस नहीं करने का फैसला किया है."
#WATCH | Delhi: Auto parts traders in Kashmere Gate boycott business with Bangladesh due to attacks on Hindus in Bangladesh.
— ANI (@ANI) December 24, 2024
(Visuals from Kashmere Gate auto parts wholesale market) https://t.co/5ugKGpr1Vm pic.twitter.com/R1HGZT2E47
विनय नारंग ने कहा कि "वहां (बांग्लादेश) पर हिंदुओं के साथ अत्याचार हुआ, हमारी मंदिरों को नष्ट किया गया और कई हिंदू भाइयों को जान से मार दिया गया. यह गलत था, हमारे बाजार ने बांग्लादेश के साथ बिजनेस ठप करने का फैसला लिया है."
उन्होंने आगे कहा कि बांग्लादेश एक विकासशील देश है. 15 जनवरी तक कार पार्ट्स का एक्सपोर्ट रोकने का फैसला ट्रांसपोर्टेशन पर असर डाल सकता है. करीब 2000 दुकानों ने बांग्लादेश को एक्सपोर्ट करना बंद कर दिया है.
बांग्लादेश की भारत से मांग
यूनुस सरकार में विदेश मंत्रालय के सलाहकार डॉ तौहीद हुसैन ने 23 दिसंबर को राजनयिक नोट भेजते हुए एक मांग की है. उन्होंने कहा कि सरकार लीगल प्रोसेस के लिए हसीना का प्रत्यर्पण चाहती है. दरअसल, मौजूदा सरकार का आरोप है कि हसीना के दफ्तर में कई लोगों पर हिंसा हुई, यहां तक कि प्रदर्शनकारियों को भी नुकसान पहुंचाया गया. हसीना और उनके लोगों के खिलाफ 60 से ज्यादा शिकायतों में नरसंहार भी शामिल है.
कथित तौर पर इसी जांच के लिए बांग्लादेश सरकार हसीना और अवामी लीग के कई नेताओं की गिरफ्तारी चाहती है. वो लगातार भारत से इसकी दरख्वास्त कर रही है. हाल में भेजा गया डिप्लोमेटिक मैसेज भी इसी बारे में था. लेकिन ये पूरी तरह से औपचारिक नहीं, बल्कि नोट वर्बल था, जिस पर किसी खास अधिकारी के दस्तखत नहीं थे. यानी ढाका की तरफ से बचते-बचाते रास्ते निकालने की कोशिश की जा रही है.
कहां हैं शेख हसीना?
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को दिल्ली के बाहरी इलाके में एक सेफ हाउस में कड़ी सुरक्षा में रखा गया है. उनसे किसी को भी मिलने की इजाजत नहीं. DW की रिपोर्ट के मुताबिक, हसीना की बेटी साइमा वाज़ेद भी उनसे मिलने में असमर्थ रहीं.