दिल्ली के सदर बाजार में एक दुकान में विस्फोट की खबर सामने आई है. जानकारी के मुताबिक आज शाम करीब 6.30 बजे विस्फोट की सूचना मिलने के बाद सदर बाजार के कुतुब रोड पर दमकलकर्मी 2 दमकल गाड़ियों के साथ मौके पर पहुंच गए हैं. पुलिस के मुताबिक इस हादसे में एक शख्स की मौत हो गई है.
फायर डिपार्टमेंट के मुताबिक यह मामला बिल्डिंग ढहने का लगता है, क्योंकि साइट पर कोई आग या धुआं नहीं है. हालांकि विस्फोट का कारण अभी स्पष्ट नहीं है.
क्या है पूरा मामला?
घटनास्थल से लौटे एसटीओ नवीन ने बताया कि एक दुकान का भूतल व सीढ़ी का कुछ हिस्सा गिर गया, जिससे 3 लोग मामूली रूप से घायल हुए और 1 व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया. डीएफएस यूनिट के आने से पहले पीसीआर द्वारा बारा हिंदू राव अस्पताल में ले जाया गया. जहां उसकी मौत हो गई. इस हादसे में सीतामढ़ी, बिहार के रहने वाले 35 वर्ष गुलाब की मौत हुई है.
भीड़भाड़ वाला इलाका है सदर बाजार
दिल्ली का सदर बाजार काफी भीड़भाड़ वाला इलाका है. शाम के समय में अचानक विस्फोट से इलाके में भगदड़ का माहौल हो गया है. पुलिस वहां से लोगों को दूर करने की कोशिश में जुटी है.
पुलिस ने बताया- पाइप फटने का मामला
वहीं दिल्ली पुलिस ने इस मामले में धमाके की बात को गलत ठहराया है. पुलिस का कहना है कि हम कारण का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं. यह वॉटर पंप के पाइप फटने का मामला लग रहा है.
पुलिस ने जारी किया बयान
सदर बाजार की पुलिस के मुताबिक आज शाम करीब 6:20 बजे शॉप नं. 872, कुतुब रोड, सीढ़ियों के संरचनात्मक ढहने के साथ अचानक एक आवाज आई. यह पिंकी अग्रवाल की दुकान है, जो अंडरगारमेंट्स बेचती है और इस घटना के बाद सीढ़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं और दुकान का कुछ सामान बाहर बिखरा हुआ मिला.
प्रथम दृष्टया यह पानी की पाइप में धमाका होने का लग रहा है. कोई कालिख/आग/गोली/किसी रसायन आदि की गंध नहीं देखी गई. पुलिस ने कहा कि इस मामले में एक घायल को बीएचआर रेफर किया गया है. उन्हें मामूली चोटें आई हैं. इलाके की घेराबंदी कर दी गई है. क्राइम टीम और एफएसएल की टीमें जा रही हैं.
चांदनी चौक से भी आया था आग लगने का मामला
बता दें कि इससे पहले नवंबर महीने में दिल्ली के चांदनी चौक के भागीरथ पैलेस बाजार में आग लगने का मामला सामने आया था. उस आग को बुझाने के लिए कई दिनों की मसक्कत की गई. कई दिनों तक जली हुई दुकानों के मलबे से धुआं निकलता रहा. अधिकारियों ने बताया कि आग लगने के बाद से 150 से अधिक दमकल की गाड़ियों को आग बुझाने के काम में लगाया गया था.
