यूपी से लेकर एमपी, दिल्ली और गुजरात तक बुलडोजर की कार्रवाई चर्चा में है. इन सबके बीच दिल्ली कांग्रेस ने दावा किया है कि राजधानी से लगे हुए 16 गांव के 50000 लोगों के घरों पर बुलडोजर चलने का खतरा मंडरा रहा है. इतना ही नहीं कांग्रेस ने कहा है कि अगर नगर निकाय इन गांव में लोगों के खिलाफ अभियान चलाती है, तो पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करेंगे.
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार ने इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने दावा किया कि 16 गांव के प्रतिनिधियों ने उनसे मुलाकात की और बताया कि उन्हें उनके घरों से बेदखल करने की कार्रवाई को लेकर जानकारी दी.
उन्होंने कहा, बीजेपी बुलडोजर का अगला बड़ा टारगेट रजोकरी से बदरपुर के बीच 16 गांव में रहने वाले 50000 लोग हैं. ये लोग 1950 से यहां रह रहे हैं और इन लोगों ने दिल्ली के विकास में अहम भूमिका निभाई है.
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि 2006 में बीजेपी के दो नेताओं ने अपने राजनीतिक लाभ के लिए दिल्ली सरकार के वन विभाग को 16 गांवों की ग्राम सभा की जमीन दी थी. अब दिल्ली के ग्रामीण इसके लिए भारी कीमत चुका रहे हैं.
उन्होंने मांग की कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को असेंबली का विशेष सत्र बुलाना चाहिए और कानून पास कर ये जमीन वापस ग्राम सभा को दी जानी चाहिए. कांग्रेस नेता अनिल कुमार ने बीजेपी और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों पार्टियों ने अपने हितों के लिए हजारों लोगों के घरों को तबाह करने के लिए हाथ मिला लिया है. वहीं, पूर्व सांसद रमेश कुमार ने दावा किया कि बीजेपी जब दिल्ली में सत्ता में थी, तब ग्राम सभा की 7000 एकड़ जमीन वन विभाग को दी गई.
जहांगीरपुरी में चला था बुलडोजर
कांग्रेस ने बीजेपी पर ये आरोप ऐसे वक्त पर लगाए, जब हाल ही में एमसीडी ने दिल्ली में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चला रखा है. 20 अप्रैल को एमसीडी ने जहांगीरपुरी में हिंसा वाली जगह पर अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाया था. हालांकि, बाद में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यह कार्रवाई रोकनी पड़ी थी.