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दिल्ली ब्लास्ट : डॉक्टर साजिद का दो दिन पहले ही हुआ था निकाह, उमर की हो चुकी सगाई

दिल्ली लाल किले के पास हुए धमाके में डॉ. साजिद अहमद माला को हिरासत में लिया गया है. उसकी शादी दो दिन पहले ही हुई थी। पुलवामा के डॉ. उमर का भी नाम जांच में सामने आया, जिनकी सगाई हो चुकी है. पुलिस ने दिल्ली, फरीदाबाद और श्रीनगर से जुड़े नेटवर्क का खुलासा किया, जिसमें डॉक्टरों से लेकर विस्फोटक और असॉल्ट राइफल जब्त हुई.

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दिल्ली ब्लास्ट: उमर. (Photo: ITG)
दिल्ली ब्लास्ट: उमर. (Photo: ITG)

दिल्ली के लाल किले के पास हुए धमाके की जांच हर घंटे नए खुलासे कर रही है. पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने इस सिलसिले में कई लोगों को हिरासत में लिया है, जिनमें एक नाम सबसे ज्यादा सुर्खियों में है  डॉ. साजिद अहमद माला. जम्मू के रहने वाले साजिद को हाल ही में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है.

साजिद पर आरोप है कि वह उस मॉड्यूल से जुड़ा हुआ था, जिसकी कड़ी दिल्ली ब्लास्ट से जुड़ती दिखाई दे रही है. लेकिन इस गिरफ्तारी ने जितनी हलचल सुरक्षा एजेंसियों में मचाई है, उतनी ही हैरानी उसके परिवार और परिचितों में भी है. क्योंकि, डॉ. साजिद की दो दिन पहले ही शादी हुई थी.

नई जिंदगी की शुरुआत, लेकिन किस्मत ने पलट दिया सबकुछ

बत्रा मेडिकल कॉलेज, जम्मू से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने के बाद डॉ. साजिद ने हाल ही में फरीदाबाद की अल-फला यूनिवर्सिटी में सीनियर रेजिडेंट के तौर पर काम शुरू किया था. सब कुछ सामान्य चल रहा था  नई नौकरी, नई जिम्मेदारियाँ और दो दिन पहले हुई शादी की खुशियाँ. परिवार के मुताबिक, शादी के बाद साजिद के परिवार वाले घर के दरवाज़े पर तैनात पुलिस वालों के साये में है. रिश्तेदार हैरान हैं, पड़ोसी सन्न  और मां के चेहरे पर सिर्फ एक सवाल है, क्या पढ़ाई-लिखाई का यही नतीजा था?

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पुलवामा से आई दूसरी खबर: डॉ. उमर का नाम भी जांच के घेरे में

उधर, इस जांच में एक और नाम तेजी से उभरा है जो डॉ. उमर उन नबी का है, वह पुलवामा के रहने वाले हैं. माना जा रहा है कि उनका भी इस नेटवर्क से कुछ न कुछ संबंध रहा है. उमर के घर में मातम और तनाव दोनों है. उनकी भाभी मुज़म्मिला ने मीडिया से बात करते हुए कहा, उन्होंने (सुरक्षा बलों ने) मेरे पति, देवर और सास को ले गए. उनसे उमर के बारे में पूछा गया. हमने बताया कि वो दिल्ली में है. हमने उससे आखिरी बार पिछले शुक्रवार को बात की थी. वो बच्चों से बहुत जुड़ा हुआ था, क्रिकेट खेलना पसंद करता था. हमें नहीं लगता कि वो ऐसा कर सकता है. मुज़म्मिला का कहना है कि उमर की सगाई हो चुकी थी, लेकिन शादी अभी बाकी थी. वह पिछले दो महीनों से घर नहीं आया था और पढ़ाई में व्यस्त था.

पुलिस के दावे और जांच की दिशा

जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, पूरे नेटवर्क का लिंक दिल्ली, फरीदाबाद और श्रीनगर तक फैला हुआ है. इस गिरोह में शिक्षित युवा शामिल हैं, जिनका इस्तेमाल लॉजिस्टिक और सप्लाई चेन संभालने के लिए किया जा रहा था. फरीदाबाद स्थित अल-फला यूनिवर्सिटी के एक हिस्से से भी पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले हैं. जांच एजेंसियों ने यहां से रासायनिक पदार्थों, टाइमर और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के कुछ हिस्से जब्त किए हैं. फिलहाल ये जांच का विषय है कि इन चीजों का इस्तेमाल किसी मेडिकल प्रोजेक्ट के लिए हुआ था या किसी और मकसद से.

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डॉ. आदिल अहमद के लॉकर में  AK-47

धमाके से पहले के घटनाक्रम में सबसे पहले  अनंतनाग में  जम्मू-कश्मीर पुलिस ने डॉ. आदिल अहमद राठर को गिरफ्तार किया.वह अनंतनाग मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर था और उसके लॉकर से पुलिस को AK-47 राइफल मिली था. राठर का संबंध जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवात-उल-हिंद से पाया गया.

महिला डॉक्टर की कार में मिली असॉल्ट राइफल 

दूसरी गिरफ्तारी 7 नवंबर को हरियाणा के फरीदाबाद से हुई . यहां अल-फलाह यूनिवर्सिटी में ही कार्यरत लखनऊ की एक महिला डॉक्टर शाहीन शाहिद की कार से 'कैरोम कॉक' नाम की असॉल्ट राइफल मिली. पुलिस अभी यह पता लगाने में जुटी है कि उसका इस पूरी नेटवर्क में क्या रोल था. फिलहाल उसकी पहचान और तस्वीर सार्वजनिक नहीं की गई है.

'रिसिन' जहर बना रहा था डॉ. अहमद मोहियुद्दीन

 7 नवंबर को ही गुजरात एटीएस ने अहमद मोहियुद्दीन सैयद नाम के डॉक्टर को पकड़ा. यह डॉक्टर हैदराबाद का रहने वाला है और चीन से पढ़ाई कर चुका है. जांच में पता चला कि वह 'रिसिन' नाम के बेहद जहरीले ज़हर की तैयारी कर रहा था, जो अरंडी के बीजों से बनता है. उसने दिल्ली के आज़ादपुर मंडी, अहमदाबाद के नरोडा फ्रूट मार्केट और लखनऊ के आरएसएस कार्यालय जैसी भीड़भाड़ वाली जगहों की कई महीनों तक रेकी की थी.

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डॉ.मुझमिल के पास मिला 2900 kg विस्फोटक

इसी ऑपरेशन में 10 नवंबर को चौथी अहम गिरफ्तारी भी फरीदाबाद से ही हुई. यहां डॉ. मुझमिल शकील नाम का कश्मीर का डॉक्टर पकड़ा गया. वह भी अल-फलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था. उसके पास से 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट मिला, जो बम बनाने में इस्तेमाल होता है. फिर मुझमिल के ही दूसरे ठिकाने से 2563 किलो विस्फोटक बरामद किया गया. फरीदाबाद पुलिस ने बताया कि शकील कासंबंध जैश जैसे प्रतिबंधित संगठनों से है और वह भी पहले श्रीनगर में आतंकी पोस्टर लगाने में शामिल रहा था. उसकी पहचान अनंतनाग में पकड़े गए अदील अहमद राठर से मिली जानकारी के बाद हुई.

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