दीपावली पर दिल्ली-NCR में आतिशबाजी और पटाखों ने प्रदूषण का लेवल फिर बढ़ा दिया है. चारों तरफ धुआं ही धुआं नजर आ रहा है. दिवाली की शाम तक जो एक्यूआई 218 था, वह दिवाली के अगले दिन बढ़कर 999 तक बढ़ गया है. इंडिया गेट पर सबसे बुरा हाल है. इसके अलावा दिल्ली के आनंद विहार, जहांगीरपुरी, आर के पुरम, ओखला, श्रीनिवासपुरी, वजीरपुर, बवाना और रोहिणी में भी प्रदूषण से बुरा हाल है.
आतिशबाजी ने एक तरफ एक्यूआई का लेवल बढ़ा दिया है तो वहीं दूसरी तरफ विजिबिलिटी भी बेहद कम हो गई है. इंडिया गेट के आसपास तो हालात इतने खराब है कि 100 मीटर दूर तक भी साफतौर पर देखना मुश्किल हो गया है. बता दें कि दीपावली से पहले भी दिल्ली-NCR का एक्यूआई लेवल बढ़कर 999 तक पहुंच गया था, लेकिन उसके बाद हुई बारिश ने पूरे मौसम को साफ कर दिया था.
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सुप्रीम कोर्ट के आदेश की उड़ी धज्जियां
दिवाली के दिन शाम तक साफ हवा का पिछले 8 साल की रिकॉर्ड टूट गया था. सालों बाद दिल्लीवालों को दिवाली के दिन साफ आसमान नजर आया था. दिवाली के पहले ही प्रदूषण से बिगड़ते हालात को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में पटाखों और अतिशबाजी की बिक्री, भंडारण और इस्तेमाल पर रोक लगाई थी. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए दिल्ली-एनसीआर के लोगों ने जमकर आतिशबाजी की.
कहां कितना दर्ज किया गया AQI

पिछले कई सालों का टूटा रिकॉर्ड
दिल्ली-एनसीआर में इस साल दिवाली के बाद प्रदूषण ने पिछले कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. इससे पहले 2016 में एक्यूआई 431 दर्ज किया गया था. उसके बाद 2020 में 414 साथ ही 2021 में 382 इससे पहले 2019 में 337, 2017 में 319 और 2018 में 281 दर्ज किया गया था. बता दें कि प्रदूषण के पैमाने के मुताबिक 0 से 50 के बीच AQI अच्छा, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच AQI ‘गंभीर’ माना जाता है.
पीएम 2.5 के लेवल में रिकॉर्ड इजाफा
दिवाली के बाद प्रदूषण का स्तर किस कदर बढ़ गया है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दिवाली के पहले पीएम 2.5 का लेवल 56 PPM (पार्ट पर मिलियन) की सीमा के अंदर था, जो दिवाली की रात बढ़कर 2 हजार PPM के पार हो गया था. हालांकि, अभ यह एक हजार PPM से ज्यादा है. बता दें कि पीएम 2.5 का आदर्श पैमाना 60 PPM है. इसके अंदर पीएम 2.5 होने पर इंसान के लिए ठीक माना जाता है.

बारिश ने कम किया था प्रदूषण
दिवाली के पहले हुई बारिश के बाद प्रदूषण में काफी सुधार देखने को मिला था. दरअसल, शुक्रवार को रुक-रुककर हुई बारिश के बाद प्रदूषण एकदम से नीचे आ गया था. बता दें कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण पंजाब और हरियाणा सहित उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में बारिश हुई, जिससे दिल्ली के वायु प्रदूषण में पराली जलाने से निकलने वाले धुएं का योगदान प्रभावी रूप से कम हो गया. आईएमडी ने यह भी भविष्यवाणी की थी कि एक बार पश्चिमी विक्षोभ गुजर जाने के बाद, शनिवार को हवा की गति बढ़कर लगभग 15 किलोमीटर प्रति घंटा हो जाएगी, जिससे दिवाली से पहले प्रदूषक तत्वों को फैलाने में मदद मिलेगी और प्रदूषण कम होगा.