देशभर में बढ़ते पेट्रोल और डीजल के दामों के खिलाफ अपना विरोध जताने के लिए कांग्रेस शुक्रवार (11 जून) को सभी पेट्रोल पंपों पर प्रदर्शन करेगी. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी देते हुए कहा कि आज कोविड महामारी, लोगों को मुफ्त वैक्सीनेशन, बढ़ती महंगाई, पेट्रोल व डीजल के दामों में लगातार हो रही वृद्धि, एक्साइज ड्यूटी व वैट के अधिकतम प्रतिशत, गैस सिलेंडर, सफाई कर्मचारियों के हक की लड़ाई, देश की बिगड़ती अर्थव्यवस्था और मोदी-केजरीवाल की आपसी लड़ाई से देश की जनता का हाल पूरी तरह से बेहाल है. जनता दोनों से त्रस्त हो चुकी है. ऐसे में अब कांग्रेस सड़कों पर उतर कर दोनों सरकारों के खिलाफ प्रदर्शन करेगी.
दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक वक्त था जब देश में कांग्रेस की सरकार थी और तब बीजेपी की वे तमाम नेता, जो आज केंद्र सरकार में मंत्री बने बैठे हैं, दिल्ली की सड़कों पर पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर जेल भरो आंदोलन करते थे.
उन्होंने कहा कि आज वे तमाम नेता पेट्रोल और डीजल की बढ़ी कीमतों पर चुप हैं वह भी तब, जब कच्चे तेल की कीमत कम है. उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार जब सत्ता में आई थी तो सबसे ज्यादा पेट्रोल और डीजल के दामों पर वैट लगाया गया. ऐसे में आज दोनों सरकारें लूटने का काम कर रही हैं.
बता दें कि देश के अलग-अलग राज्यों में पेट्रोल ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गया है. महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और लद्दाख समेत छह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पेट्रोल 100 रुपए प्रति लीटर से अधिक कीमत में बिक रहा है. वहीं, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में भी एक लीटर पेट्रोल अब 101 रुपए का मिल रहा है.