नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन जारी है. वहीं देश की राजधानी दिल्ली में भी इसे लेकर लोग सड़कों पर उतरे हुए हैं. अब जामिया मिलिया इस्लामिया में छात्र इस एक्ट को लेकर विरोध कर रहे हैं.
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी को अंजाम दिया तो वहीं पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. इस विरोध प्रदर्शन में छात्रों के साथ छात्राएं भी शामिल हैं. ये छात्र केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. गुरुवार रात से ही विरोध प्रदर्शन के लिए एकत्रित होने लगे थे.
देखते ही देखते सुबह हजारों छात्र जामिया यूनिवर्सिटी के बाहर सड़क पर उतर आए और विरोध जताना शुरू किया. इस दौरान छात्रों ने पुलिस पर पत्थर भी फेंके. जवाब में पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और छात्रों पर काबू पाने के लिए लाठियां भी भांजी.
इस प्रदर्शन के बाद साउथ ईस्ट दिल्ली के डीसीपी चिनमॉय बिसवाल ने कहा कि जामिया में स्थिति अब कंट्रोल में है. उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की जिसमें 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए. इनमें से 2 पुलिसकर्मी आईसीयू में भर्ती हैं.
Chinmoy Biswal, DCP South East,Delhi: Situation in Jamia Milia Islamia University (where a protest took place against #CitizenshipAmendmentAct today) is under control now. The protesters pelted stones at police which has left 12 police personnel injured,two among them are in ICU. pic.twitter.com/iSsEyaJBlW
— ANI (@ANI) December 13, 2019
जामिया के पास तैना पुलिस फोर्स
छात्रों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प में दिल्ली पुलिस के तीन जवान घायल हो गए, जिन्हें जामिया के पास स्थित होली फैमिली अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
जामिया के पास तैना पुलिस फोर्स
Delhi: Students of Jamia Millia Islamia University stage protest against #CitizenshipAmendmentAct. pic.twitter.com/hONNY2A2Pb
— ANI (@ANI) December 13, 2019
इधर, नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में तनाव की स्थिति को देखते हुए चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात कर दिया गया है. इंटरनेट सेवा पूरी तरह बंद कर दी गई है. अलीगढ़ में नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध और जुमे को लेकर पुलिस-प्रशासन की ओर से खासी सतर्कता बरती जा रही है.
अलीगढ़ के एडीएम सिटी राकेश मालपाणी ने बताया, 'इंटरनेट सेवा गुरुवार रात 12 बजे से ही बंद कर दी गई है. यह रोक शुक्रवार शाम पांच बजे तक रहेगी. इसके अलावा शहर को 25 सेक्टरों में बांटा गया है. दो पालियों में 25-25 मजिस्ट्रेट लगाए गए हैं. तहसील स्तर पर एसडीएम व सीओ को सेक्टर बनाकर मजिस्ट्रेट तैनात करने के आदेश दिए गए हैं. हालांकि शांति मार्च निकालने के लिए जिला प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है.'

विधेयक के विरोध में एएमयू छात्रसंघ के निवर्तमान अध्यक्ष मो़ सलमान इम्तियाज ने शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद परिसर से जिलाधिकारी कार्यालय तक विशाल जुलूस निकालने की घोषणा की है. उन्होंने अधिक से अधिक लोगों से जुलूस में शामिल होने का आह्वान किया है.
इम्तियाज ने कहा कि एएमयू के छात्रसंघ ने शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद एएमयू से डीएम ऑफिस तक शांतिपूर्ण रैली निकालने का फैसला किया है. जुमे की नमाज केवल जामा मस्जिद में होगी. इसके बाद डीएम को राष्ट्रपति और सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश को संबोधित एक ज्ञापन दिया जाएगा. उन्होंने दावा किया कि इस जुलूस में सभी 32 हजार छात्र भाग लेंगे.
जामिया में सड़क पर छात्र
इसके पहले नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में एएमयू में गुरुवार को प्रदर्शन हुआ था. विद्यार्थियों के आंदोलन का स्वराज पार्टी के संस्थापक योगेंद्र यादव व गोरखपुर आक्सीजन कांड के चर्चित डॉ. कफील खान ने समर्थन किया.