देशभर में छठ पूजा का त्योहार शुक्रवार से शुरू हो रहा है. इसको लेकर राजधानी दिल्ली में भी विशेष तैयारियां हैं. दिल्ली में यमुना किनारे 900 से ज्यादा घाट बनाए गए हैं. दिल्ली पुलिस ने भी कमर कस ली है. रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंड्स पर स्पेशल कंट्रोल रूम बनाए गए हैं. भीड़ को कैसे मैनेज किया जाए, इसका भी ख्याल रखा जा रहा है.
सीनियर अधिकारियों ने बताया कि अलग-अलग स्टेशनों पर अतिरिक्त रेलवे सुरक्षा बल के जवान, रेलवे पुलिस के जवान, स्काउट गाइड आदि मौजूद हैं. ये लोग स्टेशनों पर भीड़ को कंट्रोल करने का काम करेंगे.
पुलिस अधिकारी ने कहा, 'आनंद विहार और नई दिल्ली रेलवे स्टेशनों पर स्पेशल कंट्रोल रूम बनाया गया है. कुछ हेल्पलाइन नंबर्स भी जारी किए गए हैं. किसी को भी कानून एवं व्यवस्था का उल्लंघन नहीं करने दिया जाएगा.'
ये भी बताया गया है कि रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंड्स पर डॉक्टर्स, एंबुलेंस और मोबाइल टॉयलेट्स की व्यवस्था की गई है.
छठ पूजा की वजह से शुक्रवार को यमुना के घाट पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु जमा होंगे. इसके ध्यान में रखते हुए व्यवस्था की गई है. इसमें अतिरिक्त फोर्स, गोताखोर को तैनात किया गया है. इसके अलावा घाटों की फेंसिंग और बैरिकेडिंग भी की गई है.
नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के डिप्टी कमिश्नर जॉय टिर्की ने बताया कि बड़ी संख्या में महिला पुलिसकर्मी भी तैनात हैं, जिससे घाट पर आने वाली महिलाओं को उचित मदद मिल सके.
कहां-कहां बने हैं घाट
आईटीओ ब्रिज, कल्याणवास, कोंडली नहर, मयूर विहार फेज-III, वजीराबाद घाट, अशोक नगर-हिंडन कट नहर, भलस्वा झील, मॉडल टाउन, जहांगीरपुरी झील, सूर्या घाट, कुदेसिया घाट, जैसे कई स्थानों पर छठ घाट बनाए गए हैं.
इसके अलावा सोनिया विहार, गीता कॉलोनी, कालिंदी कुंज, मंगोलपुरी, नगरवन पार्क और सागरपुर में भी व्यवस्था है.
इससे पहले दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने मंगलवार को बताया था कि छठ पूजा के लिए दिल्ली में 900 से ज्यादा घाट बनाए गए हैं. वहां लाइट, साउंड सिस्टम आदि की भी व्यवस्था है.
छठ चार दिन मनाया जाने वाला त्योहार है. इसमें आखिर के दो दिन सूर्य भगवान को अर्घ दिया जाता है. छठ की शुरुआत इस साल शुक्रवार यानी 17 नवंबर से हो रही है. दिवाली के छह दिन बाद छठ पूजा मनाई जाती है. बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले लोग जो अलग-अलग जगह रहते हैं वे इसे मनाते हैं.