आम आदमी पार्टी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपने उम्मीदवारों के चयन के आखिरी पड़ाव पर है. पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पर आज AAP की सर्वोच्च इकाई पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में दिल्ली पंजाब और हरियाणा में लोकसभा सीटों के लिए पार्टी अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर सकती है.
आम आदमी पार्टी दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, गुजरात और असम में लोकसभा चुनाव लड़ रही है. जबकि इंडिया ब्लॉक के तहत कुछ राज्यों में कांग्रेस के साथ उसने गठबंधन किया है. दिल्ली के साथ लोकसभा सीटों में से कांग्रेस के साथ गठबंधन के तहत आम आदमी पार्टी चार लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जिसमें नई दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली शामिल है.
हरियाणा और गुजरात में भी लड़ेगी AAP
इस तरह गठबंधन के तहत आम आदमी पार्टी को हरियाणा में से कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट मिली है तो वहीं, गुजरात में भरूच और भावनगर लोकसभा सीट आम आदमी पार्टी के हिस्से आई हैं. AAP ने बोटाद के विधायक उमेश मकवाना को भावनगर लोकसभा सीट के लिए प्रत्याशी बनाया है तो डेडियापाडा से विधायक चैत्र बसवा को भरूच लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है.
पंजाब में होगा AAP-कांग्रेस का साथ
इंडिया ब्लॉक में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच हुए समझौते के तहत दोनों ही दल पंजाब की सभी 13 लोकसभा सीटों पर अलग-अलग चुनाव लड़ेंगे. आज होने वाली पीएसी में पंजाब की इन 13 सीटों पर भी फैसला लिया जाएगा. आम आदमी पार्टी सूत्रों के मुताबिक पंजाब की 13 लोकसभा सीटों में कुछ सीटों पर पार्टी अपने मौजूदा विधायकों को भी मौका दे सकती है.
वहीं, असम में आम आदमी पार्टी तीन सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बना चुकी है. लेकिन उसे पर आखिरी फैसला असम में सभी विपक्षी दलों द्वारा बनाए गए यूनाइटेड अपोजिशन फ्रंट को लेना है. इसके बाद आम आदमी पार्टी अपनी उम्मीदवारों के नाम पर औपचारिक सहमति देगी और दिल्ली की चार लोकसभा सीटों पर पार्टी मंथन करेगी.
'दिल्ली में प्रत्याशियों के नाम पर होगा मंथन'
सूत्रों की माने तो इन चारों लोकसभा सीटों पर पार्टी के कुछ मौजूदा विधायकों को ही उतारा जा सकता है. नई दिल्ली लोकसभा सीट पर आम आदमी पार्टी की ओर से किसी विधायक को ही उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा है और दक्षिणी दिल्ली पर जातीय समीकरणों को देखते हुए भी लोकसभा सीट के भीतर आने वाली 10 विधानसभाओं में से ही किसी एक विधायक को उम्मीदवार बनाया जा सकता है. पश्चिमी दिल्ली सीट पर पूर्व कांग्रेस सांसद और बाद में नगर निगम चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी में शामिल होने वाले महाबल मिश्रा के नाम की सुगबुगाहट काफी जोरों पर हैं, लेकिन आखिरी फैसला पार्टी की पीएससी ही लेगी. सबसे दिलचस्प लड़ाई पूर्वी दिल्ली की सीट पर हो सकती है. जिस पर पार्टी किसी बड़े चेहरे को उतारने की तैयारी में है.
'प्रत्याशियों के नाम के बाद शुरू होगा प्रचार अभियान'
उम्मीदवारों का ऐलान के बाद आम आदमी पार्टी सीधे चुनाव प्रचार अभियान में जुड़ जाएगी, लेकिन इस प्रचार की रूपरेखा क्या होगी इस पर भी मंथन होना बाकी है. हालांकि, जिस दिन अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी के मुख्यालय पर पानी के बिलों को लेकर जनसंवाद कर रहे थे. उसी दिन कार्यक्रम में आए पार्टी के ज्यादातर कार्यकर्ता और नेताओं से जब आज तक में बातचीत की तो उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए वह कांग्रेस के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं और जहां जरूरत पड़ेगी वहां पार्टी के निर्देशानुसार कांग्रेस के उम्मीदवार के लिए भी प्रचार करेंगे और वोट मांगेंगे.
आज तक के सवाल के जवाब में विधायक और कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा था कि भाजपा के खिलाफ हर कोई एक है और जब लोग एकजुट हो गए हैं. तब संदेश जाता है कि पार्टियों को भी क्यों उनको भी एक होना पड़ेगा और इसी के लिए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का गठबंधन हुआ है. तो कई स्थानी कार्यकर्ताओं ने कहा कि वह कांग्रेस के लोगों के साथ बातचीत में है और चर्चा कर रहे हैं, लेकिन पार्टी का आदेश होगा उसी के अनुसार सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक इंडिया ब्लॉक के नाम पर प्रचार करेंगे और वोट मांगेंगे.