तीन नए शहर एनसीआर में शामिल हो रहे हैं. महेंद्रगढ, भरतपुर और भिवानी को एनसीआर में शामिल करने को एनसीआर प्लानिंग बोर्ड ने मंजूरी दे दी है. बोर्ड ने एनसीआर ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन बनाने को भी मंजूरी दे दी है.
एनसीआर बोर्ड की मीटिंग में सोमवार को दिल्ली ही दिल्ली छाई रही. बैठक में दिल्ली में बाकी राज्यों से आने वाले लोगों की तादाद कम करने की जुगत पर विचार भी हुआ और जब रैपिड रेल जैसी योजनाओं पर बात हुई, तो दिल्ली ने साफ कहा कि ऐसी योजनाओं से दिल्ली में भीड़ न बढ़े.
बोर्ड की बैठक में दिल्ली से भीड़ को कम करने के तमाम जुगाड़ों पर माथापच्ची हुई. कभी दिल्ली से तीन अलग-अलग राज्यों के तीन शहरों पानीपत, मेरठ और अलवर के लिए रैपिड रेल चलाने की योजना के लिए कंसलटेन्ट लगाए गए, तो कभी जयपुर से लेकर बाकी शहरों को भी एनसीआर की इस सोच से कैसे जोड़ा जाए, इस पर सोच-विचार चला.
केंद्रीय शहरी विकास मंत्री कमलनाथ ने कहा, 'हमने तीन नए शहरों को एनसीआर में लाने का फैसला लिया है, वहीं जयपुर को काउंटर मैगनेट सिटी के तौर पर विकसित किया जाएगा.'
इस बैठक में रैपिड रेल पर भी सीएम शीला दीक्षित की अगुआई वाली टीम ने साफ-साफ कहा कि कहीं ऐसा न हो कि रेल चले तो लोग दिल्ली से बाहर जाने की जगह, इसका इस्तेमाल दिल्ली की सुविधाओं का फायदा उठाने के लिए न करने लगें. इन्हीं सब वज़हों से अब एनसीआर ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन बनाया जाएगा, जो दिल्ली और एनसीआर के बीच आवाजाही की दिक्कत दूर कर सके. दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा कि सबकुछ बात विचार करके ही किया जाएगा.
हालांकि दिल्ली ने यह तो मनवा लिया कि एनसीआर बोर्ड के 6 हजार 5 सौ करोड़ के कुल बजट का बीस फीसदी एनसीआर में बुनियादी सुविधाएं सुधारने के लिए खर्च होगा. मगर दिल्ली के आनंद विहार और सराय काले खां जैसे बस अड्डों के लिए मुहैया कराए गए बजट पर काम न शुरू करवा पाने के लिए राजधानी की खिंचाई भी हुई.