माफीनामे पर हंगामे के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का सीलिंग पर हमला जारी है और शुक्रवार को भी उन्होंने इस प्रकरण पर जमकर हमले किए. केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र के पहले ही दिन सीलिंग के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया.
दरअसल, दिल्ली विधानसभा के पहले दिन सीलिंग पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई गई, जिसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने सीलिंग के मुद्दे पर प्रधानमंत्री से समय मांगा, लेकिन मोदीजी कोई प्रतिक्रिया ही नहीं देते. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर इस मुद्दे को नहीं सुलझाया गया तो वह 31 मार्च के बाद व्यापारियों के साथ धरने पर बैठेंगे.
सीलिंग के मुद्दे पर तमाम व्यापारी संगठन सरकार की नीतियों का विरोध कर रहे है. वहीं पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोपों का दौर जारी है. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने मंगलवार को अपने आवास पर सर्वदलीय बैठक की.
बैठक के बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और कांग्रेस की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि सभी दलों का एक प्रतिनिधिमंडल सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित निगरानी समिति से दिल्ली में चल रहे सीलिंग अभियान का समाधान तलाशने के लिए मुलाकात करेगा. हालांकि इस बैठक में बीजेपी शामिल नहीं हुई.
अरविंद केजरीवाल यही नहीं रुके, उन्होंने अपने अंदाज में बीजेपी पर खूब तंज भी कसे. दिल्ली सरकार ने यह भी साफ कर दिया कि सीलिंग के मुद्दे पर सरकार सोमवार और मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी. उन्होंने कहा कि मोदीजी तो पत्रों का कोई जवाब ही नहीं देते.