दिल्ली के सियासी दंगल में लगातार चित्त और पट का खेल चल रहा है. एक वार अगर उपराज्यपाल (LG) की ओर से हो रहा है, तो उस पर पलटवार आम आदमी पार्टी (AAP) कर रही है. इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता और विधायक सौरभ भारद्वाज ने एलजी विनय कुमार सक्सेना के खिलाफ नया मोर्चा खोल दिया है.
सौरभ भारद्वाज ने कहा, ‘‘...कल एक न्यूज पोर्टल पर खबर छपी है. इसमें कहा गया है कि विनय सक्सेना के KVIC (खादी ग्रामोद्योग आयोग) का चेयरमैन रहते हुए खादी इंडिया लाउंज के बोर्ड डिजाइनर उनकी बेटी का भी नाम लिखा है. जबकि खादी इंडिया का नियम कहता है कि इस संस्थान में किसी पद पर काम करने वाला कोई भी व्यक्ति अपने परिवार के किसी भी अन्य व्यक्ति या उस कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट नहीं दे सकता, जिसमें उसके परिवार का कोई सदस्य हो. जबकि वीके सक्सेना ने लाउंज को डिजाइन करने का काम अपनी बेटी को दे दिया.’’
अब इस मुद्दे पर उपराज्यपाल कार्यालय के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से स्पष्टीकरण आ रहा है. ये ठीक बात नहीं है. उन्हें इस मामले में व्यक्तिगत तौर पर जवाब देना चाहिए. वहीं खादी इंडिया में डिजाइनर का कॉन्ट्रैक्ट देने के काम के लिए एक तय प्रक्रिया है, लेकिन उस प्रक्रिया का पालन नहीं हुआ. अगर उस प्रक्रिया का पालन हुआ होता, तो भी वे अपनी बेटी को यह काम नहीं दे सकते थे.
सौरभ भारद्वाज ने कहा-उपराज्यपाल को सामने आकर इसका जवाब देना चाहिए. वे कह रहे हैं कि यह प्रो-बोनो था, अगर ऐसा था तो भी सेलेक्शन प्रोसीजर का पालन करना होगा. मैं कम्प्यूटर इंजीनियर हूं, अगर मैं प्रधानमंत्री से कहूं कि सेंट्रल विस्टा का आईटी कंसल्ट मुझे बना दीजिए और वहां लिखवा दीजिए कि यह काम मैंने किया है. इसके लिए केन्द्र सरकार बिल्कुल तैयार नहीं होगी.
उन्होंने कहा कि जैसे मनीष सिसोदिया ने आगे आकर आरोपों की जांच का स्वागत किया, उसी तरह वी.के. सक्सेना को भी आगे आकर इस मामले में जांच का स्वागत करना चाहिए.