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दिल्ली: 'यमुना किनारे हो छठ पूजा', AAP विधायक संजीव झा ने LG को लिखा पत्र

संजीव झा ने उपराज्यपाल को लिखे पत्र में कहा है कि छठ पूजा से यमुना नदी में प्रदूषण नहीं होता. छठ व्रती यमुना की साफ-सफाई करते हैं.

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अनिल बैजल (फाइल फोटो)
अनिल बैजल (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • डीडीएमए ने नहीं दी है यमुना किनारे पूजा की अनुमति
  • बुराड़ी से एएपी विधायक संजीव झा ने लिखी चिट्ठी

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में छठ पूजा को लेकर सियासत जारी है. छठ पूजा के लिए अनुमति देने की मांग को लेकर विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कार्यकर्ताओं की ओर से पिछले दिनों किए गए प्रदर्शन के बाद अब सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक ने भी उपराज्यपाल (एलजी) को पत्र लिखा है.

बुराड़ी से AAP विधायक और पूर्वांचल विंग के प्रभारी संजीव झा ने एलजी अनिल बैजल को पत्र लिखकर यमुना घाट पर छठ पूजा की अनुमति मांगी है. शुक्रवार को दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की ओर से जारी आदेश में सिर्फ चिह्नित जगहों पर ही छठ पूजा आयोजित करने के निर्देश दिए गए जिसमें यमुना नदी के घाट शामिल नहीं हैं.

AAP विधायक संजीव झा ने अपने पत्र में LG साहब से दिल्ली में युमना किनारे छठ पूजा पूजा करने की अनुमति देने का आग्रह किया है क्योंकि छठ पूजा में आस्था रखने वाले लोग व्रत से पहले घाट और नदियों की सफाई भी करते हैं.

छठ पूजा से कभी भी युमना में प्रदूषण नहीं होता. छठ पूजा पूर्वांचलवासियों की आस्था और विश्वास का पर्व है. उन्होंने आगे लिखा है कि 29 अक्टूबर को जारी किए गए DDMA के आदेश में कहा गया है कि यमुना के किनारे छठ पूजा नहीं हो सकती. हर साल यमुना के किनारे छठ पूजा होती आई है.

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संजीव झा ने अपने पत्र में लिखा है कि अधिकारियों की बैठक में डिवीजन कमिश्नर ने कहा कि छठ पूजा यमुना के किनारे इसलिए नहीं होगी क्योंकि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के पिछले आदेश के मुताबिक इस साल गणेश चतुर्थी और दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन भी यमुना नदी के किनारे नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि गणेश चतुर्थी और दुर्गा पूजा के अवसर पर मूर्ति विसर्जन होता है जबकि छठ पूजा पूरी तरह से प्रकृति के सान्निध्य में मनाई जाती है.

 

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