दिल्ली के 400 स्कूलों में बम की झूठी कॉल करने वाले आरोपी बच्चे के पकड़े जाने के बाद अब इस पर राजनीति भी तेज हो गई है. बीजेपी ने इसको लेकर आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है और सीधे अरविंद केजरीवाल पर सवाल उठाए हैं. तो वहीं अब आम आदमी पार्टी ने भी बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. AAP सांसद संजय सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि राजनीतिक स्तर इतना गिरा दिया गया है कि छोटे छोटे बच्चों की मिली धमकियों का राजनीतीकरण कर रहे हो.
दरअसल, दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को 400 स्कूलों में बम की झूठी कॉल करने वाले आरोपी बच्चे को पकड़ा. पुलिस ने बताया कि इस बच्चे का परिवार एक NGO के संपर्क में था. ये वही NGO है जो अफ़ज़ल गुरु की फांसी का विरोध कर रहा था. प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए दिल्ली पुलिस के कमिश्नर ने कहा कि एनजीओ ने पहले संसद हमले के दोषी अफ़ज़ल गुरु का समर्थन किया था. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में राजनीतिक पार्टी की पहचान बताने से इनकार कर दिया, लेकिन इसके तुरंत बाद मीडिया से बातचीत में बीजेपी ने दावा किया कि यह आप पार्टी है. इस पर पलटवार करते हुए आप ने कहा कि भाजपा इस मामले का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रही है.
बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'आम आदमी पार्टी का सबंध ऐसे देश विरोधी एनजीओ से रहा है. आतिशी के अभिभावक ने अफ़ज़ल गुरु को बचाने का काम किया था. AAP की मुख्यमंत्री आतिशी के पैरेंट्स ने अफ़ज़ल गुरु की दया याचिका का समर्थन किया था. क्या आम आदमी पार्टी या उनसे जुड़े किसी एनजीओ का इससे कोई संबंध रहा है? AAP स्पष्ट करे कि इसका उससे क्या संबंध है.'
उधर, दिल्ली पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि एनजीओ या अन्य संस्थाओं ने बच्चे को प्रभावित किया है या नहीं. पुलिस अधिकारी ने कहा, "हम इस स्तर पर यह निष्कर्ष नहीं निकाल सकते कि बच्चे ने अकेले ही ऐसा किया. हम यह भी जांच कर रहे हैं कि क्या इसमें कोई राजनीतिक संबंध है या सार्वजनिक व्यवस्था को बाधित करने का इरादा है."
ना नेता है, ना नीति है, ना नीयत है: संजय सिंह
इस पर अब आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने बीजेपी पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा, "ना नेता है, ना नीति है, ना नीयत है... सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप है. अभी कुछ देर पहले आपने दिल्ली पुलिस कमिश्नर सुधांशु द्विवेदी की प्रेस वार्ता देखी होगी. दिल्ली की पुलिस को जो मालूम नहीं है ,वो सुधांशु द्विवेदी और अनुराग ठाकुर को मालूम है. आपने राजनीतिक स्तर इतना गिरा दिया कि छोटे छोटे बच्चों की मिली धमकियों का राजनीतीकरण कर रहे हो. मई महीने में पहली धमकी की कॉल आई, लेकिन जो बॉम्ब धमाके की घटना रोहिणी में हुई उसमें कितने अपराधी पकड़े गए उसमें क्या हुआ?"
उन्होंने कहा, "एक महिला का बलात्कार करके घसीटा गया , गैंगवॉर हो रहे है उसका क्या हुआ?? 10 महीने की जांच में कुछ नहीं पता लगा पर चुनावों से 15 दिन पहले एक मनगढ़ंत कहानी बना ली. कल को कहोगे मोदी जी को अमेरिका ने बुलाया इसके लिए केजरीवाल जिम्मेदार है! 28 अक्टूबर 2024 में इस्कॉन मंदिरों को उड़ाने की धमकी ,2 अक्टूबर को मध्यप्रदेश के मंदिर उड़ाने की धमकी ,6 जुलाई को प्रेम मंदिर को उड़ाने की धमकी दी गई ,और इंडिया ,विस्तार ,इंडिगो की अलग अलग फ्लाइट्स उड़ाने की धमकी इन सब में क्या हुआ?"
आम आदमी पार्टी के सांसद ने कहा, "ये क्या अरविंद केजरीवाल के राज्य में हो रहा है? आम आदमी पार्टी जिम्मेदार है? यूपी के अलग-अलग स्कूलों को उड़ाने की धमकी फ्लाइट छोड़ने की धमकी अलग-अलग तारीखों में दी गई. क्या देश की सुरक्षा के मामले में भी भाजपा इस प्रकार की ओछी राजनीति करेगी? ये कौनसी राजनीति है?? क्या आपको शर्म नहीं आई ये दिल्ली के मासूम बच्चों से जुड़ा विषय है, दिल्ली की सुरक्षा अमित शाह के अधीन है आपके पास उसका कोई जवाब नहीं है?"
'क्या वो बच्चा किसी के इशारे पर काम कर रहा?'
बता दें कि बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा था कि दिल्ली पुलिस ने जानकरी दी है कि दिल्ली के तमाम स्कूलों में ईमेल से धमकी भेजी गई थी. जब खोज की गई तब पता चला कि एक जुवेनाइल ने यह सब किया था. जब और जांच की गई तब पाया गया कि उसके अभिभावक अफ़ज़ल गुरु का समर्थन करते रहे हैं. क्या वो बच्चा, किसी के इशारे पर यह काम कर रहा था, क्या कोई राजनीतिक उद्देश्य था.
उन्होंने कहा, 'आम आदमी पार्टी का सबंध ऐसे देश विरोधी एनजीओ से रहा है. आतिशी के अभिभावक ने अफ़ज़ल गुरु को बचाने का काम किया था. AAP की मुख्यमंत्री आतिशी के पैरेंट्स ने अफ़ज़ल गुरु की दया याचिका का समर्थन किया था. क्या आम आदमी पार्टी या उनसे जुड़े किसी एनजीओ का इससे कोई संबंध रहा है? AAP स्पष्ट करे कि इसका उससे क्या संबंध है.'