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छत्तीसगढ़ में ED के छापे पर छिड़ा ट्विटर वॉर, सीएम बघेल ने रमन सिंह को बताया "भ्रष्टाचार का पितामह"

ईडी ने 11 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के कई आईएएस अफसरों के यहां छापा मारा. इसको लेकर जहां एक तरफ बीजेपी कांग्रेस को घेरने में जुटी है तो वहीं कांग्रेस बीजेपी पर एजेंसी के दुरुपयोग करने का आरोप लगा रही है. इस बीच राज्य के वर्तमान व पूर्व सीएम ट्विटर पर एक दूसरे पर जमकर निशाना साध रहे हैं.

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सीएम भूपेश बघेल और पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह
सीएम भूपेश बघेल और पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह

छत्तीसगढ़ में ईडी की रेड के बाद राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और वर्तमान सीएम भूपेश बघेल के बीच ट्विटर वार चल रहा है. पिछले दो दिनों से वह लगातार एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं. दरअसल, ईडी ने 11 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के कई आईएएस अफसरों के यहां छापा मारा. जिसके बाद 4 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया गया है. इसको लेकर जहां एक तरफ बीजेपी कांग्रेस को घेरने में जुटी है तो वहीं कांग्रेस बीजेपी पर एजेंसी के दुरुपयोग करने का आरोप लगा रही है. इस बीच दोनों पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्य के वर्तमान व पूर्व सीएम भी एक दूसरे पर जमकर निशाना साध रहे हैं.

इस क्रम में शुक्रवार को भी दोनों नेताओं के बीच ट्विटर वॉर जारी रहा. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, "भ्रष्टाचार के अंतरराष्ट्रीय पितामह" के लिए स्पेशल प्री दिवाली गिफ्ट ये रहा.

वहीं इसके जवाब में रमन सिंह ने ट्वीट कर लिखा, "बेल पर मुखिया अब बेलगाम हो गया. चंद पैसों के लिए भ्रष्ट अधिकारियों का गुलाम हो गया. यह लो भूपेश बघेल ₹25 प्रति टन का साक्ष्य, आगे की कार्रवाई के लिए तैयारी कर लें, साथ ही अब माफ़ी भी मांग लीजिए. सारे नाम सामने आयेंगे, सारे भ्रष्टाचार उजागर होंगे. सच सामने आएगा, सब सामने आएगा."

कैसे हुई ट्विटर वॉर की शुरुआत 

बता दें कि 11 अक्टूबर को ईडी की छापेमारी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने सीएम भूपेश बघेल पर आरोप लगाते हुए कहा था कि सोनिया गांधी और कांग्रेस के एटीएम बन चुके भूपेश बघेल के भ्रष्टाचार को आज पूरा प्रदेश समझ रहा है. उधर, रमन सिंह के इस आरोप पर भूपेश बघेल भड़क गए और उन्होंने रमन सिंह से प्रमाण देने की बात कहते हुए मानहानि का दावा ठोकने की बात कहा डाली.

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रमन सिंह ने भी दी मानहानि के दावे की चेतावनी

इसके बाद ट्विटर पर सीएम बघेल को जवाब देते हुए रमन सिंह ने ट्वीट किया और लिखा, "मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी! छत्तीसगढ़ महतारी को लूटने वाले भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने के लिए आप मुझे मानहानि की धमकी दे रहे हैं, तो सुन लीजिए. एक नहीं 10 केस कीजिए. आप कहते हैं कि बीजेपी के कहने से ईडी आती है तो साक्ष्य लाइए और यदि प्रमाणित नहीं कर सके तो मैं आप पर मानहानि का दावा करूंगा."

बघेल ने उठाया पनामा पेपर मामला

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 12 अक्टूबर को लगातार दो ट्वीट कर नान और पनामा पेपर का मामला उठाया और कहा कि पनामा के खाते में दर्ज है जिनका नाम, वो फिर करने लगे छत्तीसगढ़ को बदनाम, वैसे नान की डायरी में नागपुर से लखनऊ तक का जिक्र है वो किस Swipe Machine से हस्तांतरित हुए थे, प्रदेश की जनता जानना चाह रही है. उन्होंने अपने अगले ट्वीट में रमन सिंह के राजनीतिक भविष्य पर सवाल उठाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के अंतरराष्ट्रीय पितामह" को लगता है कि मार्गदर्शक मंडल में हुई "वाइल्ड कार्ड एंट्री" से बाहर आने के लिए छत्तीसगढ़ को बदनाम करेंगे, ये नहीं चलेगा. कौन किसका ATM है, इसका प्रमाण तो देना ही पड़ेगा.

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रमन सिंह ने ऐसे दिया जवाब

भूपेश बघेल के जवाब में रमन सिंह ने भी ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, "मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी. खोखली धमकियां नहीं, अब आपको प्रदेश की जनता को जवाब देना होगा. जहां तक कानूनी कार्रवाई की बात है तो स्मरण रहे, मैं भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता हूं. ना मैं डरूंगा, ना मैं झुकूंगा. सच बोला है, सच बोलता रहूंगा."

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