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बिहार: नाव पर सवार होकर विधानसभा क्षेत्र राघोपुर पहुंचे तेजस्वी, इलाके को सालों से है पुल का इंतजार

तेजस्वी ने राघोपुर दियारा के कई क्षेत्रों में घूमकर कटाव का जायज़ा लिया और साथ ही लोगों से उनका हाल चाल भी जाना. इस दौरान अलग-अलग जगहों पर लोगों ने उनका जोरदार स्वागत भी किया.

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तेजस्वी यादव (तस्वीर- उत्कर्ष सिंह)
तेजस्वी यादव (तस्वीर- उत्कर्ष सिंह)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • राघोपुर पहुंचे तेजस्वी यादव
  • नीतीश कुमार पर फोड़ा पुल ना बनने का ठीकरा

बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को अपने विधानसभा क्षेत्र राघोपुर का दौरा किया. राघोपुर दियारा जाने के लिए तेजस्वी को अपना पूरा काफिला बोट पर लोड कराना पड़ा और फिर उसी बोट के जरिए वो राघोपुर दियारा पहुंचे.

दरअसल, राघोपुर विधानसभा क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा दियारा में आता है, जो भौगोलिक तौर पर चारों ओर से पानी से घिरा है. पहले लालू यादव, फिर राबड़ी देवी और अब तेजस्वी यादव यहां से विधायक बने. लेकिन यहां के लोगों को अभी भी एक अदद पुल का इंतज़ार है. यहां आने-जाने के लिए अस्थाई तौर पर पीपा पुल बनाया जाता है, लेकिन बरसात के दिनों में नदी का जलस्तर बढ़ने पर पीपा पुल हटा दिया जाता है और करीब 6 महीने नाव ही यहां पहुंचने का एकमात्र ज़रिया होती है.

तेजस्वी यादव से जब ये पूछा गया कि आखिर इतनी VIP सीट होने के बावजूद अभी तक राघोपुर दियारा में कोई पुल क्यों नहीं बन पाया, तो तेजस्वी ने इसका पूरा ठीकरा नीतीश कुमार पर फोड़ दिया. तेजस्वी ने कहा कि चूंकि ये इलाका पहले लालू यादव और उनका रहा है इसलिए इसके साथ भेदभाव किया गया. तेजस्वी ने भी बताया कि ठोस जमीन न होने की वजह से इंजीनियरों को भी यहां छोटे पुल बनाने में असमर्थता जताई थी. इसीलिए यहां पीपा पुल बनाया गया था और 2016 में उनके सरकार में रहते दुनिया में नदी पर बन रहे सबसे लंबे (करीब 21 किलोमीटर) पुल का शिलान्यास किया गया था.

 

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साल 2016 में तेजस्वी यादव के उपमुख्यमंत्री रहते कच्ची दरगाह-बिद्दुपुर 6 लेन पुल का शिलान्यास किया गया था जो अभी तक बनकर तैयार नहीं हो पाया है. करीब 5000 करोड़ की लागत से बन रहे इस पुल को राघोपुर दियारा से भी जोड़ा जाएगा जिसके बाद दियारा का ये क्षेत्र पटना और हाजीपुर दोनों ओर से सीधे जुड़ जाएगा.

तेजस्वी ने आरोप लगाया कि इस 6 लेन पुल को 4 साल में पूरा हो जाना था, लेकिन अब तक नहीं हुआ, अगर वो सरकार में होते तो अब तक इसका उद्घाटन हो चुका होता. लेकिन नीतीश कुमार को राघोपुर के लोगों से दुश्मनी है कि यहां कोई काम ही नहीं होने देते. राघोपुर में जो काम हुआ है, वो लालू-राबड़ी के समय का ही है.

तेजस्वी राघोपुर दियारा क्षेत्र में हो रहे कटाव का जायज़ा लेने पहुंचे. उन्होंने आरोप लगाया कि यहां हर साल कटाव होता है, लेकिन सरकार फिर भी इसपर ध्यान नहीं देती. नीतीश कुमार इस इलाके के साथ सौतेला व्यवहार करते हैं. तेजस्वी ने बताया कि उन्होंने विधानसभा सत्र में कटाव को लेकर सवाल भी पूछा था, लेकिन सरकार वहां भी झूठ बोलती है. नीतीश कुमार को ये लगता है कि तेजस्वी यादव यहां से जीता है, इसलिए यहां काम न हो जबकि यहां करीब 8 पंचायतों में ये समस्या रहती है. यहां आखिरी काम 2018 में हुआ था, जो उनके सरकार में रहते हुए कराया गया था. 

तेजस्वी ने कहा कि ये युनिवर्सल प्रॉब्लम है लेकिन यहां सरकार कटाव रोकने के लिए कोई काम नहीं कर रही. तेजस्वी ने लोगों के हवाले से दावा किया कि यहां 500 लोगों के घर बह गए हैं. तेजस्वी ने राघोपुर दियारा के कई क्षेत्रों में घूमकर कटाव का जायज़ा लिया और साथ ही लोगों से उनका हाल चाल भी जाना. इस दौरान अलग-अलग जगहों पर लोगों ने उनका जोरदार स्वागत भी किया.
 

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हालांकि मलिकपुर कबीर चौक के पास तेजस्वी के काफिले को कुछ युवकों ने काले झंडे भी दिखाए, ये युवक विरोधी राजनीतिक दलों के थे जिनका आरोप था कि तेजस्वी चुनाव के बाद कोरोना महामारी के दौरान क्षेत्र में नहीं आये. वहीं तेजस्वी का काफिला जिधर से गुजर रहा था, लोग गांवों से निकलकर तेजस्वी से मिल रहे थे और उनको अपनी समस्याएं बता रहे थे. तेजस्वी जगह-जगह रुक कर लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रहे थे, अपने समर्थकों से बातचीत के दौरान तेजस्वी ने ये भी दावा किया कि अगले 2-3 महीनों में सरकार गिर जाएगी.

राघोपुर दियारा के परोहा गांव में कटाव की वजह से करीब 100 झोपड़ियां नदी में बह चुकी हैं, लोग अब केले की गाछ के नीचे रहने को मजबूर हैं. लोगों ने बताया कि पिछले 3-4 सालों से कटाव का हाल बुरा है, हर साल घर बह जाता है. लेकिन सरकार की ओर से कोई आर्थिक मदद तो दूर, खाने को राशन तक नहीं मिला. ग्रामीणों ने कहा कि सरकार से सहायता नहीं मिल रही. लोगों ने ये भी कहा कि तेजस्वी यादव ने भी कोई मदद नहीं की लेकिन कम से कम वो देखने तो आये. एक शख्स ने तो ये भी कहा कि चुनाव जीतने के बाद उन्होंने पहली बार तेजस्वी को यहां देखा है. हालांकि लोगों को तेजस्वी से मदद की उम्मीद है.
 

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