बिहार के बगहा में अवैध तरीके से चल रहे नर्सिंगहोम पर जिला पदाधिकारी और सिविल सर्जन के निर्देशा पर छापेमारी हुई. इसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. रामनगर में चल रहे ओम साईं क्लीनिक में 11 मरीज ऐसे मिले, जिनका ऑपरेशन किया गया था. जब मरीजों की बीमारी से जुड़े और क्लीनिक चलाने के कागज मांगे गए, तो जांच अधिकारियों को पूरे कागज नहीं दिखाए गए.
कागज पूरे न होने की वजह से नर्सिंगहोम को सील कर दिया गया. चिकित्सा प्रभारी चंद्र भूषण प्रसाद ने बताया कि इस नर्सिंगहोम में 11 मरीज ऐसे मिले, जिनका मेजर ऑपरेशन हुआ था. नर्सिंगहोम के कमरों में 11 सिजेरियन मरीज पाए गए थे. इसमें 7 महिलाओं के यूट्रस निकालने का मामले का पता चला.
इस छापेमारी के दौरान पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. चंद्र भूषण, मजिस्ट्रेट सीओ विनोद मिश्रा, बीडीओ चंद्रगुप्त बैठा, थानाध्यक्ष अनंतराम, स्वास्थ्य प्रबंधक विनोद सिंह के अलावा अन्य कर्मी शामिल थे.
कुछ मरीजों को बेतिया सदर अस्पताल में भेज दिया गया, जिससे उनका सही उपचार हो सके. चंद्र भूषण प्रसाद का कहना है कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है. इसके अलावा कई और ऐसे नर्सिंगहोम हैं, जो अवैध तरीके से चल रहे हैं. उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
जारी रहेगा एक्शन
बगहा एसडीएम डॉ. अनुपमा सिंह ने कहा है कि अवैध नर्सिंगहोम, पैथोलॉजी और अल्ट्रासाउंड सेंटर्स का चेकिंग अभियान आगे भी जारी रहेगा. सभी के कागजों की जांच की जा रही है. जो नर्सिंग होम अवैध तरीके से चल रहे होंगे, उन सभी को सील किया जाएगा.
(रिपोर्ट- गिरीन्द्र पाण्डेय)