बिहार सरकार ने तीन अक्टूबर को मची भगदड़ के पीड़ितों को अस्पताल लाए जाने के वक्त कथित अनुपस्थिति के चलते मंगलवार को पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) के अधीक्षक को निलंबित कर दिया और सात डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की.
स्वास्थ्य सचिव आनंद किशोर ने बताया कि पीएमसीएच के अधीक्षक लखिंदर प्रसाद को निलंबित कर दिया गया और इसके प्राचार्य को उनके कार्य का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त ऑर्थोपेडिक्स, सर्जरी तथा यूरोलॉजी विभाग प्रमुखों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
किशोर ने बताया कि सर्जरी, यूरोलॉजी और ऑर्थोपेडिक्स विभागों के सहायक प्रोफेसर रैंक के चार डॉक्टरों का पटना से बाहर तबादला कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि निलंबन और अन्य कार्रवाई मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और स्वास्थ्य मंत्री रामधनी सिंह की मंजूरी के बाद की गई है.
किशोर ने बताया कि अस्पताल के डॉक्टरों के खिलाफ विभागीय जांच की जाएगी.
दशहरा भगदड़ के पीड़ितों को देखने के लिए रविवार को पीएमसीएच के औचक दौरे पर पहुंचे मांझी ने आपातकालीन वार्ड में डॉक्टरों को अनुपस्थित पाया था तथा वहां की हालत भी बहुत खराब थी. बताया गया कि कई दवाएं भी मौजूद नहीं थीं.
जब मांझी ने अधीक्षक लखिंदर प्रसाद से मिलने की इच्छा जताई ,तो वह वहां उपलब्ध नहीं थे. तीन अक्टूबर को दशहरा पर्व के बाद गांधी मैदान के बाहर मची भगदड़ में 33 लोगों की मौत हो गई थी और 29 अन्य घायल हुए थे.