तेज प्रताप यादव के खासमखास और छात्र राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव ने आज शुक्रवार को लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) का दामन थाम लिया. दिल्ली में पशुपति पारस और प्रिंस राज की मौजूदगी में आकाश यादव ने आरजेडी छोड़ कर नई राजनीतिक पारी की शुरुआत की और उन्हें छात्र एलजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है.
छात्र एलजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने के बाद आकाश यादव ने कहा कि आरजेडी ने उनके 8 साल के संघर्ष को एक पल की लड़ाई में बेइज्जत और बेदखल कर दिया. तेज प्रताप की नाराजगी के सवाल पर आकाश ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं से मजबूत होती है, नेताओं से नहीं.
जिस आकाश यादव के लिए तेज प्रताप यादव ने तेजस्वी तक को खरी खोटी सुनाई, वो आज एलजेपी में शामिल हो गए. तेज प्रताप के आज शुक्रवार को पटना वापस पहुंचने पर आकाश को लेकर पूछे आकाश यादव के पार्टी छोड़ने के सवाल पर कहा कि लोकतंत्र है, और सबको अपनी बात रखने का अधिकार है, जिसको जहां जाना है जाए.
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आकाश यादव के पार्टी से अलग होने पर नुकसान होने के सवाल पर तेज प्रताप ने कहा कि आप लोगों को ही नुकसान हो रहा होगा.
जगदानंद सिंह ने हटा दिया था
आकाश यादव कुछ दिन पहले तक छात्र आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष थे और उनको तेज प्रताप यादव का दाहिना हाथ माना जाता था. तेज प्रताप ने पिछले साल 19 मई को उन्हें छात्र आरजेडी का प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया था. आकाश को छात्र आरजेडी का प्रदेशाध्यक्ष मानते हुए उसी दिन तेज प्रताप ने छात्र आरजेडी का भी पुनर्गठन किया था.
हालांकि, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने छात्र आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष पद पर कभी कोई नियुक्ति नहीं की थी. इसलिए पिछले दिनों जगदानंद सिंह ने 18 अगस्त को गगन कुमार को छात्र आरजेडी का नया प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया तो उन्होंने कहा कि छात्र आरजेडी का अध्यक्ष पद पहले से खाली था जिसे वह भर नहीं पाए थे और अब उन्होंने ऐसा किया है.
तेज प्रताप लंबे पहले से आकाश यादव को छात्र आरजेडी का प्रदेश अध्यक्ष बनाने की कोशिश कर रहे थे जबकि जगदानंद सिंह इसका लगातार विरोध कर रहे थे.
आकाश यादव तेजस्वी यादव की नजर पर तब चढ़ गए जब 8 अगस्त को छात्र आरजेडी की एक अहम बैठक पार्टी कार्यालय में हुई थी और वहां पर इस कार्यक्रम से जुड़े बड़े-बड़े बैनर और होर्डिंग लगाए गए थे जिसमें तेज प्रताप को प्रमुखता से जगह मिली थी मगर तेजस्वी की तस्वीर बैनर और होर्डिंग से गायब थे.
हालांकि इस कार्यक्रम की समाप्ति के अगले ही दिन आरजेडी कार्यालय पर तेज प्रताप का पोस्टर उतार लिया गया और तेजस्वी यादव का नया पोस्टर फिर से पार्टी कार्यालय में लगा दिया गया.