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यहां किन्नर चलाती हैं रेस्टोरेंट, रेशमा बोलीं- लोगों को बदलने होंगे पुराने ख्याल

बिहार के पटना में ऐसा रेस्टोरेंट खुला है, जिसे किन्नर समुदाय के लोग चलाते हैं. ये लोगों की मदद से खोला गया है. इसमें कई अधिकारियों ने सहयोग किया है. नगर निगम ने जगह की व्यवस्था की है. इसका इनोग्रेशन 23 जून को हुआ था. मगर, 1 जुलाई को इसे आम लोगों के लिए खोल गया.

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सांकेतिक तस्वीर.
सांकेतिक तस्वीर.

बिहार के पटना में ऐसा रेस्टोरेंट खुला है, जिसे किन्नर समुदाय के लोग चलाते हैं. इसमें 20 किन्नर काम करते हैं. एक जुलाई को इसकी ओपनिंग थी. भारी संख्या में लोग यहां पहुंच रहे हैं. ये रेस्टोरेंट लोगों की मदद से खुला है. इसमें कई अधिकारियों ने भी सहयोग किया है. नगर निगम ने जगह की व्यवस्था की है.

दरअसल, पटना के गांधी मैदान में एक रेस्टोरेंट खुला है. इसे किन्नर समुदाय के लोग चलाते हैं. इसका इनोग्रेशन 23 जून को हुआ था. मगर, 1 जुलाई को इसे आम लोगों के लिए खोल गया. किन्नरों द्वारा इस पहल की हर कोई प्रसंशा कर रहा है.

'आगे बढ़ने के लिए जेंडर बाधा नहीं बन सकता'

इस मौके पर ट्रांसजेंडर रेशमा कहती हैं कि आगे बढ़ने के लिए जेंडर बाधा नहीं बन सकता. उनकी कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा किन्नर रोजगार से जुड़ें. यहां भारी संख्या में लोग खाना खाने के लिए पहुंच रहे हैं. यहां किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं होता, सब एक समान हैं.

"किन्नरों के प्रति लोगों को पुराने ख्याल बदलने होंगे"

रेशमा ने कहा कि लोगों को इस सोच से निकलना चाहिए कि किन्नर सिर्फ सांस्कृतिक कार्यक्रमों में गाने और नाचने का काम कर सकती हैं. अगर, रोजगार दिया जाए तो वो भी आगे बढ़ सकती हैं. उन्होंने इसके लिए बिहार सरकार और केंद्र सरकार से भी मदद की मांग की है. ताकि और भी किन्नर रोजगार से जुड़ सकें.

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