बिहार में शराब पर बैन लगाने के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के फैसले की हकीकत कुछ दिन में सामने आ गई है. नया साल करीब है, यह देखते हुए नीतीश सरकार ने बिहार के लोगों को प्रीमियम ब्रांड्स की शराब परोसने का फैसला लिया है.
दरअसल, बिहार स्टेट बेवरेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BSBCL) ने हाल ही में शराब बनाने वाली पांच कंपनियों से समझौता किया है. जो अब राज्य में प्रीमियम ब्रांड की शराब सप्लाई करेंगी. जिन कंपनियों से BSBCL ने कॉन्ट्रैक्ट किया है, वे अब तक राज्य में उपलब्ध नहीं थीं.
शराब कारोबारियों में बेचैनी
सरकार के इस फैसले से राज्य के शराब कारोबारियों में बेचैनी है क्योंकि एक अप्रैल 2016 से सिर्फ सरकारी दुकानों में ही शराब बिकेगी. शराब कारोबारियों ने बीते 16 दिसंबर को राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से मुलाकत की. राज्य भर के कई शराब कारोबारी पटना में लालू प्रसाद के आवास पर पहुंचे, उन्हें अपना दर्द सुनाया और एक ज्ञापन सौंपा. शराब कारोबारियों का कहना है कि या तो राज्य में पूर्ण नशाबंदी हो, या उन्हें भी कारोबार करने दिया जाए
बंद होंगी 6000 निजी दुकानें
नीतीश कुमार ने सीएम बनने के बाद बड़ा फैसला लेते हुए राज्य में शराब की बिक्री पर बैन लगाने का ऐलान किया था. हालांकि अब सरकार का कहना है कि सिर्फ सरकारी दुकानों में ही शराब बिकेगी. सरकार के इस फैसले से राज्य में शराब की करीब 6000 निजी दुकानें बंद हो जाएंगी. सरकार ने राज्य में करीब 25 प्रीमियम ब्रांड उतारने का फैसला लिया है, साथ ही उनकी कीमत भी तय कर दी है.
आज तक को मिली कॉन्ट्रैक्ट की कॉपी
'आज तक' की पड़ताल में एक्साइज डिपार्टमेंट की वह कॉपी हाथ लगी है जिसमें BSBCL के नए कॉन्ट्रैक्ट का जिक्र है. इसमें शराब कंपनियों के नाम से लेकर कीमत तक दर्ज है.