केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नवादा के जेल में बंद बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं के परिजनों से रविवार को मुलाकात की. इस दौरान कैलाश विश्वकर्मा के बेटे से मिलकर गिरिराज सिंह कैमरे के सामने ही रो पड़े.
गिरिराज सिंह सबसे पहले जेल में बंद विहिप नेता कैलाश विश्वकर्मा के घर पहुंचे और उनके परिवार वालों से मुलाकात की. इस दौरान उनके आंसू छलक पड़े. इसके बाद उन्होंने कहा कि ये बेबसी के आंसू हैं. गिरिराज सिंह ने कहा की प्रशासन की एकतरफा कार्रवाई से वह मर्माहत हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर गलत तरीके मुकदमा कर रही है जबकि सांप्रदायिक सौहार्द बनाये रखने के लिए उन्होंने बड़ा योगदान किया है. गिरिराज सिंह ने जिला प्रशासन के रैवैये को पक्षपातपूर्ण बताते हुए राज्य सरकार को भी कठघरे में खड़ा किया.
उन्होंने कहा कि राज्य में उनकी पार्टी की सरकार होने के बावजूद वह बेबस हैं. गिरिराज ने अपने अंदाज से जता दिया है कि बीजेपी के साथ खड़ा होने वाला हिन्दू वोट बैंक नीतीश सरकार के रवैये से नाखुश है. बता दें कि इससे पहले शनिवार को वह जेल में बंद कार्यकर्ताओं से मिले थे.
गिरिराज सिंह ने बजरंग दल के जिला संयोजक जितेंद्र प्रसाद जीतू के परिवार वालों से मुलाकात की. उसके बाद बजरंग दल के कार्यकर्ता जितेंद्र सुनार के परिवार वालों से मुलाकात की और अंत में विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष कैलाश विश्वकर्मा के परिवार वालों से मुलाकात की.
इन सभी परिवार वालों से मिलने के बाद गिरिराज सिंह ने कहा कि इनके परिजन जेल में गलत तरीके से बंद हैं. उनके साथ इंसाफ होना चाहिए. बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं के परिवार वालों से मिलने से पहले पर गिरिराज सिंह स्थानीय शिव मंदिर में भी गए और वहां पूजा अर्चना की तथा जेल में बंद बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं की रिहाई के लिए पूजा की.
जेल में बंद बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने के बाद गिरिराज सिंह ने शनिवार को नीतीश कुमार सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने आरोप लगाया इन दोनों हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं को झूठे मामलों में फंसा कर जेल भेज दिया गया है.
जेल में बंद हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं का बचाव करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि यह नेता नवादा में पिछले 1 साल में हुए सांप्रदायिक तनाव के दौरान शांति बहाली की कोशिश कर रहे थे, मगर इनको पुलिस ने गलत तरीके से गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया है.