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बिहार: 'जहरीली शराब' पीने से अबतक 10 लोगों की मौत, सरकारी दस्तावेज ने निकाली प्रशासन के दावों की हवा

मृतकों के परिजनों ने इस बात की पुष्टि की है कि जहरीली शराब के सेवन की वजह से ही इन लोगों की मौत हुई है, मगर स्थानीय प्रशासन इससे साफ इंकार कर रहा है. ऐसे में गुरुवार को एक सरकारी दस्तावेज सामने आया जिसने प्रशासन के दावों की हवा निकाल कर रख दी है.

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मौत के कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी
मौत के कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी
स्टोरी हाइलाइट्स
  • नवादा मामले में अबतक 10 लोगों की मौत
  • सरकारी दस्तावेज ने निकाली प्रशासन के दावों की हवा

बिहार के नवादा में कथित रूप से जहरीली शराब पीने से हुई मौत का आंकड़ा बढ़कर 10 तक जा पहुंचा है. बुधवार को इसी मामले में छह लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में 4 लोगों की आज (गुरुवार) को इलाज के दौरान मौत हो गई.

बता दें कि मृतकों के परिजनों ने इस बात की पुष्टि की है कि जहरीली शराब के सेवन की वजह से ही इन लोगों की मौत हुई है, मगर स्थानीय प्रशासन इससे साफ इनकार कर रहा है. ऐसे में गुरुवार को एक सरकारी दस्तावेज सामने आया जिसने प्रशासन के दावों की हवा निकाल कर रख दी. 

वहीं, नवादा में हर कोई इस घटना से स्तब्ध है, लेकिन शराब माफिया और पुलिस प्रशासन का भय इस कदर कि लोग कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं. आलम यह है कि लोग मृतकों के घरों के बारे में भी जानकारी नहीं दे रहे हैं. अधिकारियों को भी मृतकों के घर तलाशने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.

हालांकि, ग्रामीणों ने दबी जुबान से स्वीकार किया कि मौतें शराब पीने से हुई हैं. साथ ही यह भी बताया कि अभी दर्जन भर लोगों का नवादा, पटना, नालंदा में निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है, जिसमें कुछ की हालत गंभीर भी बनी हुई है.

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इस बीच नवादा जिले के सदर अस्पताल की एक पर्ची सामने आई है, जिस पर मरीज का नाम धर्मेंद्र कुमार लिखा हुआ है और 1 अप्रैल 2021 की तारीख दर्ज है. धर्मेंद्र कुमार की गुरुवार को इलाज के दौरान सदर अस्पताल में मौत हो गई. इस सरकारी पर्ची में सदर अस्पताल के डॉक्टर ने साफ-साफ लिखा है Alcohol consumption यानी कि धर्मेंद्र कुमार ने शराब का सेवन किया था.

सरकारी दस्तावेज

सदर अस्पताल के डॉक्टर के द्वारा जारी की हुई एक और पर्ची सामने आई है, जिस पर मरीज का नाम महेश रविदास लिखा हुआ है और 1 अप्रैल 2021 तारीख दर्ज है. इसी मामले में महेश रविदास का फिलहाल सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है. गौरतलब है कि डॉक्टर ने महेश रविदास के पर्ची पर भी लिखा है Alcohol consumption यानी कि उसने शराब का सेवन किया था. महेश रविदास ने खुद कबूल किया है कि उसने शराब का सेवन किया था.

महेश रविदास, ने कहा- “हल्का सा मारे (शराब) थे 2 दिन पहले होली के आसपास मगर अब कोई परेशानी नहीं है. रास्ते में लिए थे शराब”.

सरकारी दस्तावेज आए सामने

इस पूरे मामले में चमारी चौधरी नाम का व्यक्ति भी बुधवार को ही सामने आया, जिसने कबूल किया कि उसने होली के दिन शराब पी थी जिसके बाद उसकी आंखों की रोशनी चली गई. हालांकि, नवादा के कथित शराब मामले में बुधवार की शाम पांच लोगों को पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिसमें से शिव शंकर यादव नाम के एक मरीज की मौत हो गई. डॉक्टर ने बताया कि उसकी मौत दिल की धड़कन रुक जाने की वजह से हुई है.

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पटना के अस्पताल में भर्ती मरीजों ने शराब पीने की बात से साफ इनकार कर दिया है. इन मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने भी कहा है कि सभी का फूड प्वाइजनिंग का इलाज चल रहा है.

नवादा में कथित शराब कांड को लेकर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी ट्वीट करके मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है. तेजस्वी यादव ने लिखा- “क्या आप जानते हैं जहरीले शराब से परिवार में 14 व्यक्तियों की मौत हो गई ? क्या आप 14 लोगों की हत्या के दोषियों को बचाने के अलावा उनके लिए शोक संवेदना व्यक्त नहीं करेंगे ? क्या अभी भी आपको लगता है कि बिहार में शराबबंदी है ? जवाब अपेक्षित है”.

इनपुट- सीमा गुप्ता 

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