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मिड-डे मील कांड में पॉलीग्राफी टेस्‍ट की तैयारी

छपरा के जानलेवा मिड-डे मील कांड में आरोपी प्रधानाध्‍यापिका मीना देवी के पॉलीग्राफी टेस्‍ट की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. मीना देवी का पॉलीग्राफी टेस्‍ट कराने के लिए सीबीआई, सीएसएफएल, गाजियाबाद के एक्सपर्ट और डॉक्टरों की टीमें छपरा आ चुकी है.

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छपरा के जानलेवा मिड-डे मील कांड में आरोपी प्रधानाध्‍यापिका मीना देवी के पॉलीग्राफी टेस्‍ट की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. मीना देवी का पॉलीग्राफी टेस्‍ट कराने के लिए सीबीआई, सीएसएफएल, गाजियाबाद के एक्सपर्ट और डॉक्टरों की टीमें छपरा आ चुकी है.

इससे पहले, मीना देवी का पॉलीग्राफी टेस्‍ट पटना या दिल्ली में कराए जाने की बात सामने आ रही थी, लेकिन सुरक्षा के पहलू के मद्देनज़र जांच छपरा में कराने का फैसला लिया गया.

जांच के दौरान सीआईडी के आईजी विनय कुमार सहित सारण के पुलिस अधीक्षक सुजीत कुमार भी मौजूद रहेंगे. गुरुवार को भारी सुरक्षा के बीच मीना देवी को बख्तरबंद जिप्सी में जेल से थाने लाया गया.

सीआईडी के आईजी विनय कुमार ने कहा, पॉलीग्राफी टेस्‍ट करने की मशीन पोर्टेबल और मूवेबल है, इसलिए उसे टीम के सदस्यों द्वारा यहां लाया गया है, ताकि जांच जल्द हो सके. जांच टीम को केस से जुड़े सारे कागजात दे दिए जाते हैं, उसी आधार पर वे जांच आगे बढ़ाते हैं.

गौरतलब है कि धर्मसती गंडामन गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय में पिछले 16 जुलाई को मिड-डे मील से 23 बच्चों की मौत हो गई, जबकि रसोइया और 24 बच्चे अब भी बीमार हैं. इस मामले में एक प्राथमिकी गंडामन गांव के अखिलानंद मिश्र ने मशरख थाना में दर्ज करवाई है, जिसमें प्रधानाध्यापिका मीना देवी और अन्य को आरोपी बनाया गया है.

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मीना देवी को 24 जुलाई को छपरा से गिरफ्तार किया गया था. उसके बाद पुलिस लगातार उनसे लगातार पूछताछ कर रही थी. गिरफ्तारी के अगले दिन अदालत के आदेश के बाद प्रधानाध्यापिका मीना देवी को 5 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. घटना के बाद आई जांच रिपोर्ट में खाने में जहरीला पदार्थ होने की पुष्टि हुई है.

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