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जेल से ही 'लालटेन' को रोशनी दिखाएंगे लालू, राबड़ी नहीं लड़ेंगी लोकसभा चुनाव

राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने रविवार को घोषणा की कि जेल में बंद पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनकी पत्नी राबड़ी देवी दोनों संयुक्त रूप से पार्टी का नेतृत्व करते रहेंगे. राबड़ी देवी ने घोषणा की कि वे सारण लोकसभा क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ेंगी. इस क्षेत्र से उनके पति लालू प्रसाद सांसद हैं.

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लालू-राबड़ी की फाइल फोटो
लालू-राबड़ी की फाइल फोटो

राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने रविवार को घोषणा की कि जेल में बंद पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनकी पत्नी राबड़ी देवी दोनों संयुक्त रूप से पार्टी का नेतृत्व करते रहेंगे. राबड़ी देवी ने घोषणा की कि वे सारण लोकसभा क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ेंगी. इस क्षेत्र से उनके पति लालू प्रसाद सांसद हैं.

बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने पहले ही यह कहा था कि लालू प्रसाद आरजेडी के अध्यक्ष बने रहेंगे.

देखिए लालू प्रसाद की अनदेखी तस्वीरें...

आरजेडी के महासचिव रामकृपाल यादव ने राबड़ी देवी के पटना के आवास 10 सर्कुलर रोड पर संवाददाताओं से कहा, 'आरजेडी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ध्वनिमत से फैसला किया कि लालू प्रसाद जेल से और राबड़ी देवी बाहर रहकर पार्टी का नेतृत्व करेंगे. अब लालू-राबड़ी एक साथ पार्टी का नेतृत्व करेंगे.'

खानाखराब: लालू की गई भैंसिया पानी में

आरजेडी ने यह भी घोषणा की कि लालू प्रसाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहेंगे. आरजेडी की बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता, विधायक और सांसदों ने हिस्सा लिया और लालू प्रसाद के जेल में बंद रहने के दौरान पार्टी को चलाने की रणनीति पर चर्चा की. रांची स्थित केंद्रीय जांच ब्यूरो की विशेष अदालत का फैसला आने के बाद पार्टी की यह पहली बैठक थी.

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जेल में भी लालू के ठाठ कम नहीं, पर होठों से काफूर हुई हंसी

आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने कहा, 'बैठक में लालू प्रसाद का जेल से भेजा गया संदेश पढ़ा गया. उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से सांप्रदायिकता और सांप्रदायिकतावाद से लड़ने का आग्रह किया है.'

इससे पहले राबड़ी देवी ने संवाददाताओं से कहा, 'मैं सारण या दूसरी जगह से चुनाव में नहीं उतरूंगी.' राबड़ी ने यह भी कहा कि उनकी बेटी मीसा भारती भी पटना से चुनाव नहीं लड़ेगी.

चारा घोटाले में सजा पाने के बाद लालू प्रसाद संसद सदस्य के रूप में अयोग्य हो गए हैं. वे सारण से 2004 और 2009 में विजयी हुए थे. विशेष अदालत ने 3 अक्टूबर को लालू प्रसाद को 5 वर्ष कैद की सजा सुनाई थी. वे अभी रांची के बिरसा मुंडा जेल में बंद हैं.

गौरतलब है कि अदालत ने राज्य कोष से 37 करोड़ रुपये धोखाधड़ी से निकालने के मामले में लालू प्रसाद के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र और 43 अन्य लोगों को दोषी करार देते हुए सजा सुनाई थी.

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