वायु प्रदूषण नियंत्रण के मद्देनजर पटना में जल्दी ही CNG मिलना शुरू होगा. उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने अपने सचिवालय स्थित कक्ष में अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र निर्गत करने, वाहनों के प्रदूषण की सघन जांच, समुचित कचरा प्रबंधन, भवन निर्माण सामग्रियों का ढक कर परिवहन और सुरक्षित रख रखाव, नई तकनीक पर आधारित ईंट-भट्ठों की स्थापाना व प्रदेश के सभी पेट्रोल पम्पों पर वाहन प्रदूषण जांच केन्द्र स्थापित करने का निर्देश दिया.
प्रदूषण नियंत्रण पार्षद को उन्होंने निर्देश दिया कि एक तीन सदस्यीय कमेटी बना कर वाहन प्रदूषण जांच केन्द्रों के उपकरणों की जांच कराई जाए. सभी वाहनों पर प्रदूषण नियंत्रण जांच का स्टीकर लगाना अनिवार्य किया जाय. पटना स्थित सभी चार सचिवालयों में चलंत उपकरणों से सरकारी वाहनों की जांच कर उन्हें प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र निर्गत किया जाय.
उन्होंने बताया कि जीएआईएल द्वारा मार्च तक पटना में CNG स्टोरेज स्टेशन का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा. अगले दो साल में CNG का पांच रिफिलिंग स्टेशन काम करने लगेगा.
पटना नगर निगम को उन्होंने निर्देश दिया कि कचरा तिरपाल से कवर करके ढोया जाय. सार्वजनिक स्थानों, सड़कों पर बालू व अन्य भवन निर्माण सामग्री रखने पर सख्ती से रोक लगाया जाय. कचरा जलाने पर व्यक्ति विशेष से पांच हजार तथा संस्थाओं से 25 हजार रुपए का दंड वसूला जाय. पटना जिले के 5 प्रखंडों में ईंट-भट्ठों की स्थापना पर रोक लगा दी गई है. पूर्व से संचालित ईंट-भट्ठों को नई तकनीक अपनाने तक संचालन की अनुमति नहीं दी जाएगी.