आरजेडी के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन से जेल में मुलाकात के बाद बीजेपी के निशाने पर आए बिहार सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री अब्दुल गफूर के बचाव में आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव कूद पड़े हैं.
बीजेपी पर लालू का पलटवार
लालू यादव ने कहा कि बीजेपी के पास कोई काम नहीं है इसलिए इतनी मामूली सी बात को तूल देने में लगी है. बेवजह की बातें उछालना बीजेपी की आदत है. लालू ने कहा कि जिस वक्त वो जेल में बंद थे उनसे भी लोग मिलने आते थे. साथ बैठकर चाय पीते थे. अब एक मंत्री ने ऐसा किया तो इसमें गलत क्या है. यह एक अनौपचारिक मुलाकात थी.
Isme kya apraadh hai?Milenge to khila rha hoga koi naashta-paani sabko: Lalu Yadav on Bihar Minister Abdul Ghafoor-Shahabuddin meeting
— ANI (@ANI_news) March 8, 2016
मुलाकात पर मंत्री की सफाई
इस बीच अपने ऊपर लगे आरोपों की सफाई खुद मंत्री जी ने भी दी. मंत्री अब्दुल गफूर ने कहा कि सिवान में सर्किट हाउस के करीब ही जेल है. शहाबुद्दीन हमारी पार्टी के सांसद रहे हैं. इसलिए हमने उनसे एक शिष्टाचार मुलाकात की. इसमें कुछ गलत नहीं है.
बीजेपी ने मांगा इस्तीफा
बीजेपी इस मामले को लेकर मंत्री अब्दुल गफूर का इस्तीफा मांग रही है. मुलाकात पर सवाल उठाते हुए बीजेपी ने बिहार सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने का भी आरोप लगाया.
शहाबुद्दीन पर कई गंभीर आरोप
आरजेडी के पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन पर कई आपराधिक केस चल रहे हैं. फिलहात को सीवान की जेल में बंद हैं. साल 2004 में बिहार के सीवान में दो भाइयों की हत्या के मामले में शहाबुद्दीन का नाम सामने आया था. यह केस तेजाब कांड के नाम से चर्चित हुआ. इस मामले में निचली अदालत ने पूर्व सांसद को दोषी ठहराते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी.